दुर्ग ज़िला भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय दुर्ग है। दुर्ग जिले के मुख्य शहर, दुर्ग, और भिलाई सम्मिलित रूप से टि्वन सिटी कहा जाता है। भिलाई में लौह इस्पात संयंत्र की स्थापना के साथ ही दुर्ग का महत्व काफी बढ़ गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत ही जिले के टमाटर को पहचान मिलने वाली है। इसके लिए इसे ओडीओपी यानी एक जिला एक उत्पाद के तहत चयनित किया जाएगा। ओडीओपी में चयनित होने के बाद यहां जो प्रोसेसिंग यूनिट लगायी जाएगी उससे टमाटर के सॉस और जूस बनाए जाएंगे।
मध्य भारत में दुर्ग जिला टमाटर का गढ़ भी माना जाता है। यहां लगभग लगभग 10000 हेक्टेयर यानी 25000 एकड़ में टमाटर की खेती की जाती है। टमाटर उत्पादन के मामले में प्रदेश के दुर्ग जिले का धमधा क्षेत्र आगे है। क्षेत्र में किसान 12 हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में टमाटर की खेती करते हैं। जिसमे ढाई लाख मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन करते हैं। दुर्ग जिले के धमधा ब्लाक क्षेत्र में उन्नत खेती हो रही है। इस क्षेत्र के किसान जिले के अन्य क्षेत्र की तुलना में कहीं ज्यादा टमाटर का उत्पादन कर रहे हैं। यहां से प्रतिवर्ष दो लाख टन टमाटर धमधा क्षेत्र से दिल्ली के रास्ते बांग्लादेश भेजा जा रहा है। वर्तमान में पूरे दुर्ग जिले में पांच हजार एकड़ क्षेत्र में किसान टमाटर की फसल लेते हैं। क्षेत्र के किसान रबी और खरीफ दोनों मौसम में टमाटर की फसल ले रहे हैं।
साहो टमाटर की डिमांड इसलिए ज्यादा
दुर्ग जिले में उत्पादित साहो टमाटर की मांग ज्यादा है। इस टमाटर की खासियत यह है कि टमाटर जल्द नरम नहीं पड़ता और एक जगह से दूसरी जगह परिवहन करने के दौरान भी नुकसान कम होता है। किसानों के अनुसार दुर्ग जिले में उत्पादित साहो टमाटर की डिमांड अधिक होने के कारण किसानों का रुझान इस वैराइटी में ज्यादा है।
Durg
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