महंगाई के इस दौर में हम आपको एक ऐसे जैविक उत्पाद के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके इस्तेमाल से आप कम बजट में जीवन भर जैविक खेती कर सकते हैं। इस जैविक उत्पाद का नाम 'वेस्ट डीकंपोजर' है।
वेस्ट डीकंपोजर
यह एक छोटी बोतल में आता है और जैविक खेती करने वाले किसानों के लिए भारत सरकार द्वारा विकसित एक जैविक उत्पाद है।
तरल रूप में बनाने का तरीका
एक ड्रम में 200 लीटर पानी लें और उसमें वेस्ट डी-कंपोजर की बोतल खाली करें।
इसमें 2 किलो गुड़ को बारीक पीस कर मिला लीजिये।
मिश्रण को अच्छे से हिलाएं और 2 से 5 दिन के लिए कपड़े से बांधकर रख दें।
1000 किलो गोबर की परत बिछाएं और उस पर 20 लीटर वेस्ट डीकंपोजर घोल छिड़कें।
इसके बाद 1000 किलो गोबर की एक और परत बिछाएं और 20 लीटर वेस्ट डी-कंपोजर घोल का छिड़काव करें।
इस तरह 10 परतें तक बिछाई जा सकती हैं। वेस्ट डी-कंपोजर से बने घोल को प्रत्येक परत पर छिड़कें।
इसे हर सातवें दिन पलटते रहें।
एक महीने के बाद यह खाद उपयोग के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाती है।
गाय के गोबर को एक महीने तक नम/गीला रखें।
उपयोग करने का सरल तरीका
सिंचाई करते समय 200 लीटर पानी में तैयार किये हुए वेस्ट डी कम्पोजर का घोल एक टंकी/पोत में भरकर मुख्य नाले के ऊपर रख कर टंकी में एक छेद कर दें और इस घोल को सिंचाई के पानी के साथ बूंद-बूंद करके जाने दें। एक एकड़ के लिए 200 लीटर घोल पर्याप्त होता है।
उपयोग करने का दूसरा तरीका
ड्रिप सिंचाई के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
खड़ी फसल में भी छिड़काव कर सकते हैं।
जब तक आप फसल की सिंचाई करते हैं तब तक स्प्रे या सिंचाई के पानी के साथ लगातार प्रयोग करें।
हर 10 दिनों के अंतराल पर लगभग 4-6 छिड़काव करना है। वेस्ट डीकंपोजर की छोटी बोतल मात्र 20 रुपये में आती है। इसे केवल एक बार खरीदना पड़ता है, यह जीवन भर चलता है।
वेस्ट डीकंपोजर की एक बोतल, 200 लीटर पानी और दो किलो गुड़ से तैयार घोल में से 20 लीटर घोल लें, 200 लीटर पानी और दो किलो गुड़ दूसरे ड्रम / बर्तन में डालें।
4 दिन बाद दूसरे ड्रम में घोल फिर से तैयार हो जाएगा।
इसी तरह घोल तैयार होने के बाद 20 लीटर घोल लें और 200 लीटर पानी मिलाकर घोल तैयार करते रहें. दोबारा खरीदने की जरूरत नहीं पड़ी, न 20 रुपये में जीवन भर खेती की।