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खेती के क्षेत्र में तकनीकी नवाचार तेजी से बढ़ रहे हैं। परंपरागत तरीकों की जगह अब नई तकनीकों ने लेनी शुरू कर दी है, और इसका असर किसानों की पैदावार और मुनाफे पर साफ दिखाई दे रहा है। ऐसी ही एक क्रांतिकारी तकनीक है "प्लास्टिक मल्चिंग", जो खासतौर पर सब्जी और बागवानी की फसलों में कारगर साबित हो रही है। राजस्थान सरकार ने भी इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए 50% तक सब्सिडी देने की घोषणा की है।
क्या है प्लास्टिक मल्चिंग?
प्लास्टिक मल्चिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें मिट्टी की सतह पर
पतली प्लास्टिक की परत बिछाई जाती है, ताकि पौधे की
जड़ों के आसपास की जमीन में नमी बनी रहे, खरपतवार न उगे और
तापमान नियंत्रित रहे। इससे पौधे को एक बेहतर माइक्रोक्लाइमेट मिलता है, जिससे उसकी वृद्धि तेज होती है और उपज में 10% से 80%
तक का इजाफा देखा गया है।
किसानों को क्या फायदा मिलेगा?
सरकार की सहायता योजना
राजस्थान सरकार द्वारा किसानों को इस तकनीक को अपनाने के
लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके तहत निम्नलिखित लाभ दिए जा रहे हैं:
यह सब्सिडी खेती के लिए आवश्यक प्लास्टिक मल्चिंग शीट की
खरीद पर दी जाएगी। इससे किसानों को लागत में राहत मिलेगी और तकनीक अपनाने में
आसानी होगी।
कौन ले सकता है योजना का लाभ?
कैसे करें आवेदन?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को राजस्थान सरकार
के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। प्रक्रिया निम्न प्रकार है:
1. रजिस्ट्रेशन
प्रक्रिया:
2. आवेदन
प्रक्रिया:
प्लास्टिक मल्चिंग तकनीक न केवल उपज बढ़ाने में मददगार है, बल्कि यह जल संरक्षण और खरपतवार नियंत्रण जैसे बड़े मुद्दों का भी समाधान
देती है। राजस्थान सरकार की सब्सिडी योजना इस तकनीक को अपनाने में किसानों को
आर्थिक सहयोग प्रदान कर रही है। ऐसे में अब समय है कि किसान इस आधुनिक खेती पद्धति
को अपनाकर अपनी आय को कई गुना बढ़ाएं।
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