नवंबर माह में करें आलू की इन किस्मों की बुवाई, देंगी कम खर्च में बंपर पैदावार

नवंबर माह में करें आलू की इन किस्मों की बुवाई, देंगी कम खर्च में बंपर पैदावार
News Banner Image

Kisaan Helpline

Crops Nov 09, 2023
Potato Farming: टमाटर और प्याज की तरह, भारत में आलू का सेवन बारहमासी रूप से किया जाता है। इसकी खपत अधिक है इसलिए आलू की खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है। यह जमीन के अंदर उगाई जाने वाली एक कंदीय फसल है, जिसकी खेती करना बहुत आसान है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में आलू की पैदावार कम होने के कारण अब बहुत कम लोग इसकी खेती करना पसंद करते हैं।

आलू की खेती का समय

मौसम की स्थिति को देखते हुए सितंबर के अंत से आलू की खेती शुरू हो जाती है। इसकी अगेती बुआई के लिए सबसे उपयुक्त समय 15 से 25 सितम्बर तथा देर से बुआई के लिए 15 से 25 अक्टूबर तक है। कई किसान आलू की पछेती बुआई 15 नवंबर से 25 दिसंबर के बीच भी करते हैं।

खेत की तैयारी

ऐसे आलू की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी बेहतर मानी जाती है। मिट्टी का पीएच मान 4.8 से 5.4 के बीच होना चाहिए। साथ ही इसके बीजों के अंकुरण के लिए तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। वहीं आलू के कंदों के विकास के लिए तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। महत्वपूर्ण बात यह है कि आलू बोने से पहले खेत की तीन से चार बार अच्छी तरह जुताई कर लें। इसके बाद पाटा चलाकर खेत को समतल और मिट्टी को भुरभुरा बना लें। फिर आलू बोने से पहले 87 किलो डीएपी, 55 किलो यूरिया और 80 किलो एमओपी प्रति एकड़ खेत में मिला दें।

आलू की उन्नत किस्में

कम लागत पर अधिक उपज के लिए खाद या उर्वरक का उपयोग करने के बजाय अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों से बुआई करने की सलाह दी जाती है।
  • भारत में कुफरी अलंकार, कुफरी पुखराज, कुफरी चंद्रमुखी, कुफरी अशोका, कुफरी जवाहर किस्में किसानों को काफी पसंद आती हैं।
  • मध्यम अवधि की किस्मों में कुफरी बहार, कुफरी लालिमा, कुफरी सतलज, कुफरी सदाबहार आदि का भी बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता है।
  • इन किस्मों के अलावा देर से पकने वाली आलू की किस्मों में कुफरी सिंधुरी, कुफरी फ्रायसोना और कुफरी बादशाह भी काफी लोकप्रिय हैं।

कुफरी किस्मों से आलू की बंपर पैदावार

केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा आलू की कई उन्नत किस्में विकसित की गई हैं, जो सामान्य किस्मों की तुलना में 152 से 400 क्विंटल तक उत्पादन देती हैं। कुफ़ारी आलू की ये किस्में मात्र 70 से 135 दिनों में पक जाती हैं।

इसमें कुफरी अलंकार, कुफरी चंद्र मुखी, कुफरी नवताल जी 2524, कुफरी ज्योति, कुफरी लालिमा, कुफरी शीलमान, कुफरी स्वर्ण, कुफरी सिन्दूरी, कुफरी देवा आदि शामिल हैं। इसके अलावा कुफरी चिप्सोना-2, कुफरी गिरिराज, कुफरी चिप्सोना-1 और कुफरी आनंद की गिनती आलू की नवीनतम विकसित किस्मों (टॉप पोटैटो वेरायटीज) में की जा रही है।

Agriculture Magazines

Pashudhan Praharee (पशुधन प्रहरी)

Fasal Kranti Marathi

Fasal Kranti Gujarati

Fasal Kranti Punjabi

फसल क्रांति हिंदी

Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.

© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline