लेमन घास या नींबू घास (Lemon Grass) एक सुगन्धित औषधीय पौधा है। जिसकी औसतन ऊंचाई 1-3 मीटर लंबा होता है। पत्ते 125 सैं.मी. लंबे और 1.7 सैं.मी. चौड़े होते हैं। इसका उपयोग मेडिसिन, कॉस्मेटिक और डिटरजेंट में किया जाता है। लेमन ग्रास से निकलने वाले तेल की बाजार में बहुत मांग है। लेमन ग्रास से निकलने वाला तेल कॉस्मेटिक्स, साबुन और तेल और दवा बनाने वाली कंपनियां उपयोग करती हैं, इस वजह से इसकी अच्छी कीमत मिलती है। इसे भारत, अफ्रीका, अमरीका और एशिया के उष्ण कटिबंधीय और उपउष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगाया जाता है।
मुख्य रूप से दक्षिण एशिया में पाई जाने वाली लेमन ग्रास अब देश के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इसकी खेती कर वे भारी मुनाफा कमा रहे हैं। आम घास की तरह दिखने वाले इस औषधीय पौधे की मांग बढ़ गई है। सेहत के लिए फायदेमंद लेमन ग्रास का इस्तेमाल कई दवाइयां बनाने में किया जाता है।
इन राज्यों में प्रमुखता से होती है लेमनग्रास की खेतीभारत के केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड में किसान लेमनग्रास की प्रमुखता से खेती करते हैं. देश के अन्य राज्यों में भी इसकी खेती होती है। केंद्र सरकार किसानों को लेमनग्रास की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। आपको इसकी खेती के लिए नाबार्ड से लोन भी मिलता है। वहीं आयुष मंत्रालय के किसान सशक्तिकरण योजना में भी लेमनग्रास को शामिल किया गया है।
लाभ की खेतीबताया गया कि एक एकड़ खेत से दो से तीन लाख रुपये की आमदनी आसानी से हो सकती है, जिन खेतों में पहले अफीम की खेती होती थी, वहां किसान लेमन ग्रास उगाकर अच्छी कमाई कर रहे ह।
लेमनग्रास की खेती करने का तरीकालेमनग्रास की खेती धान की तरह होती है, पहले इसके बीज को नर्सरी में बोया जाता है। पौधों के कुछ बड़े होने पर इसे उखाड़ कर खेत में या अन्य जगह रोपाई करते हैं. एक हेक्टेयर के लिए 4 किलो बीज की जरूरत होती है। पौधे 2 महीने के भीतर लगाने लायक हो जाते हैं, पौधे के ऊपरी भाग को जड़ से 15 सेंटीमीटर छोड़कर काट लेते हैं, जड़ों को अलग कर लेते हैं और 30 से 45 सेंटीमीटर की दूरी पर पौधे लगाए जाते हैं। एक एकड़ में 12 हजार से 15 हजार पौधे लगाए जाते हैं। इसकी कीमत 50 से लेकर 2 रुपए तक होती है। वर्षा ऋतु के प्रारंभ में इसे लगाया जाता है। सिंचाई की व्यवस्था हो तो फरवरी माह में भी रोपाई कर सकते हैं। आम तौर पर एक बार लगा देने के बाद पांच वर्ष तक फसल ली जाती है। फसल की बुआई के पूर्व अच्छी जुताई जरूरी है।
पत्ते और उसके तेल की है अधिक मांग
किसानों का कहना है कि लेमन ग्रास की पत्तियों और उससे निकलने वाले तेल की वजह से इसकी मांग है। बाजार में लेमन ग्रास ऑयल की कीमत 1500 से दो हजार रुपये प्रति लीटर है। बताया गया कि पांच क्विंटल लेमन घास से 75 से 80 किलो तेल निकलता है, चार महीने में फसल तैयार हो जाती है।
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