गेहूं यह किस्म देगी कम समय में बंपर उत्पादन, जानिए गेहूं की इस किस्म के बारे में

गेहूं यह किस्म देगी कम समय में बंपर उत्पादन, जानिए गेहूं की इस किस्म के बारे में
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Kisaan Helpline

Crops Oct 08, 2021
खरीफ फसलों की कटाई के साथ ही किसान रबी सीजन की बुवाई की तैयारी में लग गए हैं। गेहूं रबी सीजन में सबसे ज्यादा बोई जाने वाली फसल है। ऐसे में किसान इसकी तैयारी तो कर ही रहे हैं, ज्यादा पैदावार और बढ़िया मुनाफा के लिए अच्छी किस्म की खोजबीन भी की जा रही है। किसान जिस किस्म की सबसे ज्यादा मांग कर रहे हैं, वह है करण वैष्णवी प्रजाति का गेहूं किसान इसे काफी पसंद कर रहे हैं।

भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल की द्वारा विकसित की गई ये सबसे बेहतरीन किस्म में से एक है।

भारत के उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र के सिंचित क्षेत्र में अगेती बुआई वाली खेती के लिए इस में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजन को छोड़कर) और पश्चिमी उत्तरप्रदेश (झांसी डिवीजन को छोड़कर), जम्मू-कश्मीर (जम्मू और कठुआ जिले), हिमाचल प्रदेश (ऊना जिला और पांवटा घाटी) और उत्तराखंड (तराई क्षेत्र) के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है ।

कम समय में बंपर उत्पादन
क्या आप जानते हैं कि गेहूं की करण वैष्णवी किस्म (Karan Vaishnavi Variety) को डीबीडल्यू-303 के नाम से भी जाना जाता है। इसे गेहूं की सबसे उन्नत किस्म माना जा रहा है। गेहूं की किस्म डीबीडब्ल्यू 303 को 2021 मे अधिसूचित किया है। इसकी खासियत यह है कि प्रति हेक्टेयर करीब 81.2 क्विंटल तक गेहूं की पैदावार प्राप्त होती है। वहीं, इसकी औसतन पैदावार 93 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।

करण वैष्णवी किस्म की बुवाई का उचित समय
गेहूं की इस किस्म की बुवाई अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में कर सकते हैं, क्योंकि ये समय इस किस्म की बुवाई के लिए सबसे उचित माना गया है। इसकी अगेती बुवाई का समय 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक निर्धारित रहता है। अगर गेहूं की करण वैष्णवी किस्म की बुवाई अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से नवंबर के पहले हफ्ते तक करेंगे, तो फसल करीब 145 दिन में पककर तैयार हो जाएगी। इसके साथ ही किसानों को फसल की अच्छी और अधिक पैदावार हासिल होगी।

करण वैष्णवी बीज के लिए सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन
आपको बता दें कि पहले भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान में बीजों के लिए मेला लगता था. इस मेले में देशभर के किसान पहुंचते थे और उन्नत किस्म के बीजों की खरीदारी करते थे. मगर कोरोना काल की वजह से इस बार मेले का आयोजन नहीं किया गया।  ऐसे में संस्थान ने एक फैसला लिया कि इस बार किसानों के घर तक बीज भेजे जाएंगे. इसके लिए किसानों को संस्थान की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना है, जिसके बाद किसानों के घर बीज भेजा जा रहा है. संस्थान का कहना है कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसान सबसे ज्यादा गेहूं की करण वैष्णवी किस्म (Karan Vaishnavi Variety) की बुकिंग रहे हैं। यानि किसानों के बीच यह गेहूं की यह किस्म सबसे ज्यादा पसंद की जा रही है।


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