अनंतपुर या अनंतपुरमू भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के अनंतपुर ज़िले में एक शहर है। जिला मुख्यालय अनंतपुर शहर में स्थित है।
कृषि और संबद्ध सेवाएं जिले में धान और मूंगफली प्रमुख कृषि फसलें हैं। जब बागवानी की बात आती है तो केले और पपीते की खेती भारी मात्रा में की जाती है।
उद्योग की तरह इंडस्ट्रीज कंस्ट्रक्शन , विनिर्माण और बिजली के लिए प्रमुख योगदान कर रहे हैं जीवीए। बेंगलुरु - चेन्नई और बेंगलुरु - हैदराबाद मार्गों के बीच रणनीतिक स्थान और भूमि के विशाल पथ की उपलब्धता के कारण अनंतपुर में उद्योग के विकास की एक बड़ी संभावना है। खनिज अनंतपुर डोलोमाइट और लौह अयस्क खनिजों का एक प्रमुख उत्पादक है।
अनंतपुर जिले की प्रमुख अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। यहाँ खेती की जाने वाली मुख्य फ़सलें चावल, मूंगफली, मक्का, कपास, मिर्च, गन्ना और तिल हैं। चूंकि जिले में बहुत कम बारिश होती है, इसलिए इसे राज्य के सबसे पिछड़े जिलों में से एक माना जाता है। आंध्र प्रदेश राज्य की सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए कई उपाय किए हैं।
प्रधानमंत्री खाद्य प्रसंस्करण योजना व ओडीओपी योजना के तहत जिले में मूंगफली के उत्पादन व प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए सरकारी मदद उपलब्ध करवाई जाएगी। उद्यान विभाग ओडीओपी योजना के तहत चयनित मूंगफली के प्रसंस्करण से संबंधित इकाइयों को लगाए जाने के लिए युवाओं और उद्यमियों को उद्यम लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को खाद्य प्रसंस्करण में भी हाथ आजमाने का मौका दिया जा रहा है। किसानों को प्रधानमंत्री खाद्य प्रसंस्करण योजना से पीनट प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर भारी भरकम सब्सिडी का भी लाभ ले सकते हैं। उद्यान निरीक्षक हरिओम ने बताया योजना के तहत दस लाख रुपए तक की सब्सिडी दी जाएगी। किसान प्रधानमंत्री खाद्य प्रसंस्करण योजना के तहत मूंगफली से बनने वाले पीनट बटर निर्माण की यूनिट लगा सकती हैं। इसके साथ ही मूंगफली से तेल निकालने, मूंगफली का पाउडर बनाने की भी यूनिट लगाई जा सकती हैं।
मूँगफली एक प्रमुख तिलहन फसल है। मूँगफली वानस्पतिक प्रोटीन का एक सस्ता स्रोत हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा मांस की तुलना में 1.5 गुना, अण्डों से 2.5 गुना एवं फलों से 8 गुना अधिक होती है। और इसमें 50% वसा (फैट) होता है।
साधारण तौर पर इसकी बुवाई जून-जुलाई माह में करते हैं।
- उत्पादक कटिबन्ध - यह उष्णकटिबन्धीय पौधा हैं।
- तापमान - 22 से 25 से.ग्रे.
- वर्षा - 60 से 130 सेमी. वर्षा उपयुक्त होती हैं।
- मिट्टी - हल्की दोमट मिट्टी उत्तम होती हैं। मिट्टी भुरभुरी एवं पोली होनी चाहिए।