इस सप्ताह खेतों में करें ये काम, कृषि वैज्ञानिकों ने जारी की खेती के लिए नई एडवाइजरी

इस सप्ताह खेतों में करें ये काम, कृषि वैज्ञानिकों ने जारी की खेती के लिए नई एडवाइजरी
News Banner Image

Kisaan Helpline

Agriculture Aug 10, 2023
Agriculture Advisory: पूसा के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए मौसम आधारित कृषि सलाह जारी की है। कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह दी है की खेत में धान के पौधे पीले पड़ने लगे अर्थात ऊपर की पत्तियाँ पीली तथा नीचे की पत्तियाँ हरी रहने लगे तो किसान जिंक सल्फेट घोल (6.0 किग्रा जिंक सल्फेट 300 लीटर पानी/हेक्टेयर में घोलकर) का छिड़काव करें।

किसानों को वर्षा ऋतु में खड़ी फसलों एवं सब्जियों की तीव्र वृद्धि को ध्यान में रखते हुए उन्हें खरपतवारों से बचाने के लिए निराई-गुड़ाई करनी चाहिए। किसानों को सफेद मक्खियों और रस चूसने वाले कीटों के खिलाफ सभी फसलों की नियमित निगरानी करने की भी सलाह दी जाती है।

चारा ज्वार विशेषकर पूसा चरी-9, पूसा चरी-6 या अन्य संकर फसलें उगाने का यह सबसे उपयुक्त समय है। बीज दर 20 किलोग्राम/एकड़ होनी चाहिए।

जिन किसानों की पौध तैयार हो गई है उन्हें मेड़ पर बैंगन, टमाटर, मिर्च और अगेती फूलगोभी की रोपाई की सलाह दी जाती है। खेतों में जल निकास की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।

किसानों को ग्वार (पूसा नवबहार, दुर्गा बहार), मूली (पूसा चेतकी), क्लस्टर बीन (पूसा कोमल), बीन्स (पूसा सेम 2, पूसा सेम 3), पालक (पूसा भारती), चौलाई (पूसा लाल चौलाई, पूसा किरण) और भिंडी (पूसा ए-4)) की मेड़ों पर बुआई की सलाह दी जाती है। उन्हें प्रमाणित स्रोतों से अच्छी गुणवत्ता वाले बीज खरीदने की भी सलाह दी जाती है। खेतों में जल निकास की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।

बरसात के मौसम में प्याज की रोपाई या सीधी बुआई तैयार खेतों में करनी चाहिए। खेतों में जल निकास की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।

किसानों को इस सप्ताह स्वीट कॉर्न (माधुरी, विन ऑरेंज) और बेबी कॉर्न (एचएम-4) की बुआई करने की सलाह दी जाती है। खेतों में जल निकास की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।

मधुमक्खियाँ सब्जियों की फसलों में परागण का महत्वपूर्ण स्रोत हैं इसलिए मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। फसलों की कीट एवं रोग की निरन्तर निगरानी करते रहना चाहिए। किसानों को कीटनाशकों के प्रयोग और फसलों से संबंधित अन्य जानकारी के लिए नजदीकी केवीके से सलाह लेनी चाहिए।

किसानों को कीटों की संख्या पर नजर रखने के लिए प्रकाश जाल का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। इससे उपयोगी कीड़ों को कम नुकसान होता है। प्रकाश जाल बनाने के लिए, एक गिलास (या तो प्लास्टिक या टिन) के ऊपर एक बल्ब लगाया जाना चाहिए जिसमें पानी और किसी कीटनाशक की कुछ बूंदों का मिश्रण हो। कीड़े प्रकाश की ओर आकर्षित होते हैं, घोल में गिर जाते हैं और मर जाते हैं।

किसानों को सलाह है कि गेंदा की नर्सरी (पूसा नरंगी) नेट हाउस में तैयार करें। खेतों में जल निकास की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।

जो किसान नए बाग (आम, नींबू और अमरूद) लगाना चाहते हैं, उन्हें मान्यता प्राप्त स्रोतों से पौधों की रोपाई करने की सलाह दी जाती है।

Agriculture Magazines

Pashudhan Praharee (पशुधन प्रहरी)

Fasal Kranti Marathi

Fasal Kranti Gujarati

Fasal Kranti Punjabi

फसल क्रांति हिंदी

Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.

© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline