Kisaan Helpline
अप्रैल का महीना अपने आखिरी पड़ाव पर है, लेकिन देशभर में मौसम अब भी करवट लेता दिखाई दे रहा है। उत्तर भारत से लेकर पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत तक मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। कहीं भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं तो कहीं आंधी-तूफान और बारिश ने दस्तक दे दी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले कुछ दिनों के लिए कई राज्यों में तेज़ बारिश, आंधी, तूफान और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। यह जानकारी किसानों के लिए काफी अहम हो सकती है, क्योंकि फसल और खेत की देखभाल मौसम पर काफी निर्भर करती है।
उत्तर भारत में कुछ
राहत, लेकिन
लू से सावधान
उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से चिलचिलाती गर्मी पड़ रही
है। लेकिन 26
अप्रैल से मौसम में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। स्काईमेट वेदर और मौसम विभाग
दोनों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा और
पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बादलों की आवाजाही के साथ तेज़ हवाएं चलेंगी
और हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है। इसके साथ ही गरज-चमक और बिजली गिरने की
घटनाएं भी सामने आ सकती हैं। हालांकि,
लू का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। राजस्थान, पंजाब और मध्य भारत के कुछ इलाकों में लू का कहर जारी
रहेगा।
दिल्ली और राजस्थान का
हाल
दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री
सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया,
और अधिकतम तापमान 42
डिग्री तक पहुंच सकता है। 26
अप्रैल से मौसम में बदलाव की संभावना है और आसमान में बादल छाए रह सकते हैं।
वहीं,
राजस्थान के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में तापमान में 2-3 डिग्री की
बढ़ोतरी हो सकती है। 26 से 30 अप्रैल के बीच
जयपुर, भरतपुर
और कोटा संभाग में दोपहर बाद मेघगर्जन,
हल्की बारिश और 40–50
किमी/घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने का अनुमान है।
पूर्वी और पूर्वोत्तर
भारत में भारी बारिश का अलर्ट
IMD की
रिपोर्ट के मुताबिक, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश
और सिक्किम जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मेघालय में विशेष रूप से अत्यधिक बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही बिहार, छत्तीसगढ़ और
कर्नाटक के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की संभावना है, जो किसानों के
लिए चिंता का विषय हो सकता है।
आंधी-तूफान और बिजली
गिरने की चेतावनी
अगले दो दिनों में कई राज्यों में तेज़ हवाओं के साथ
आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, गंगीय पश्चिम
बंगाल, मध्य
प्रदेश, महाराष्ट्र
और राजस्थान जैसे राज्यों में 50–60
किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
दक्षिण भारत में भी
बदलता मौसम
कर्नाटक,
केरल, तमिलनाडु
और आंध्र प्रदेश में भी मौसम के तेवर बदले हुए हैं। 26 से 29 अप्रैल के बीच
इन राज्यों में गरज-चमक के साथ बारिश के आसार हैं। केरल और माहे में 28 और 29 अप्रैल को
भारी बारिश की संभावना है,
जो वहां की खेती के लिए राहत का संकेत हो सकता है।
गर्मी और उमस से रहें
सतर्क
एक ओर जहां कुछ राज्यों में बारिश राहत देगी, वहीं दूसरी ओर
झारखंड, आंध्र
प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में गर्मी और उमस का असर बना रहेगा। IMD ने राजस्थान के
पश्चिमी भागों में गर्म रातों की भी चेतावनी दी है।
किसानों के लिए सलाह:
·
फसल की कटाई और भंडारण में सावधानी रखें, विशेषकर जिन
राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।
·
खुले खेतों में बिजली गिरने से बचाव के लिए मवेशियों और
उपकरणों को सुरक्षित स्थानों पर रखें।
·
खेतों में पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें, खासकर धान या
सब्जियों की फसल वाले क्षेत्रों में।
·
जिन क्षेत्रों में लू का प्रकोप है वहां खेत में काम करते
समय सावधानी बरतें और पर्याप्त पानी पीते रहें।