Kisaan Helpline
देश के कई हिस्सों में इस सप्ताह मौसम का मिजाज तेजी से बदलने वाला है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुए एक गहरे दबाव क्षेत्र और अन्य मौसमी तंत्रों के कारण किसानों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
बंगाल की खाड़ी में
सक्रिय मौसम प्रणाली
स्व-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक
गहरा दबाव क्षेत्र आज सुबह 5:30 बजे
के आसपास उत्तर की ओर बढ़ गया है। इसके साथ ही चक्रवाती परिसंचरण भी मध्य
वायुमंडलीय स्तरों तक सक्रिय है। अगले 12 घंटों
में इसके पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है, जिसके बाद यह
प्रणाली उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़कर धीरे-धीरे कमजोर पड़ सकती है।
बारिश और आंधी की
संभावना
·
इस मौसमी तंत्र के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक और
पूर्वी भारत के कई हिस्सों में 9 से 12 अप्रैल के बीच
हल्की से मध्यम बारिश के साथ गर्जन,
बिजली गिरने और 40-50
किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलने की संभावना है।
·
विशेष रूप से बिहार में आज (9 अप्रैल) ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है।
पूर्वोत्तर भारत में
भारी वर्षा का अलर्ट
असम और मेघालय में 9 और 10 अप्रैल को कुछ
इलाकों में भारी बारिश की संभावना है,
जबकि अरुणाचल प्रदेश में 10
अप्रैल को तेज बारिश का पूर्वानुमान है।
उत्तर भारत में
पश्चिमी विक्षोभ का असर
एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है, जिससे
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल
प्रदेश और उत्तराखंड में 9 से 11 अप्रैल के बीच
गरज के साथ बारिश हो सकती है। आज जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी
संभव है। साथ ही पश्चिमी राजस्थान से लेकर विदर्भ तक एक ट्रफ लाइन के चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
तापमान और गर्मी की
चेतावनी
·
अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत, गुजरात और
महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में विशेष बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन इसके बाद
तापमान में 2-4
डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है।
·
केंद्रीय भारत में भी अगले 3 दिन स्थिर तापमान के बाद गिरावट की संभावना है।
इन राज्यों में लू और
गर्म रातों का अलर्ट:
·
आज पश्चिम राजस्थान के कई हिस्सों में हीटवेव की स्थिति बन
सकती है।
·
सौराष्ट्र,
कच्छ, पूर्वी
राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर
प्रदेश और विदर्भ में भी गर्म हवाओं का असर रहेगा।
·
मध्य प्रदेश और गुजरात में 9 और 10
अप्रैल को तापमान बेहद ऊंचा रहने की चेतावनी है।
·
इसके साथ ही पश्चिम मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और
मराठवाड़ा में गर्म रातों और उमस भरे मौसम की स्थिति बन सकती है।
·
कोकण और गोवा में भी गर्मी और नमी किसानों के लिए परेशानी
का कारण बन सकती है।
किसानों के लिए सलाह:
·
जहां बारिश की संभावना है, वहां किसान अपने खेतों में जलनिकासी की व्यवस्था पक्की
करें। ताकि अधिक वर्षा से फसलों को नुकसान न पहुंचे।
·
जिन इलाकों में ओलावृष्टि की संभावना है, वहां फसलों को
नुकसान से बचाने के लिए तिरपाल या अन्य सुरक्षा उपाय करें।
·
जहां लू की संभावना है, वहां खेतों में काम करने का समय सुबह या शाम का रखें और
पर्याप्त पानी पीते रहें।
·
तेज़ हवाओं और आंधी के दौरान खुले में रखे कृषि उपकरणों और
फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
·
गर्मी और उमस वाले क्षेत्रों में पशुओं को ठंडा और साफ पानी
उपलब्ध कराएं और उन्हें छांव में रखें।