Kisaan Helpline
रसीदपुरा के किसान ने खेती से मुनाफे का नया रास्ता खोजा है। दुर्गाप्रसाद ओला ने नीदरलैंड खीरा की बुवाई कर सिर्फ चार महीने में आठ लाख रुपए की पैदावार की है। किसान का दावा है कि नीदरलैंड से बीज मंगवाकर खीरा की पैदावार करने वाला वह राजस्थान में पहला किसान है। इस खीरे में बीज नहीं होने की वजह से बड़े होटल-रेस्त्रां में डिमांड रहती है।
दुर्गाप्रसाद ने बताया कि उसने कुछ साल पहले उद्यान विभाग से 18 लाख रुपए का अनुदान लेकर खेत में सैडनेट हाउस लगाया। अनुदान मिलने के बाद छह लाख रुपए खुद को खर्च करने पड़े। अक्टूबर 2014 में एक कंपनी प्रतिनिधि से मिली जानकारी के बाद 72 हजार रुपए में नीदरलैंड से बीज मंगवाया। एक बीज के छह रुपए लगते हैं।
30 हजार रुपए बुवाई अन्य खर्चा लग गया। चार महीने के दौरान वह आठ लाख रुपए के खीरे बेच चुका है। खर्चा निकालकर सात लाख रुपए की आय हुई है। उद्यान विभाग के सहायक निदेशक भगवान सहाय यादव के मुताबिक शेखावाटी में पहला किसान है, जिसने नीदरलैंड किस्म का खीरा उगाया है।
बाजार में देशी से दोगुना भाव में बिक रहा
बीज रहित गुणवत्ता अच्छी होने से बाजार में खीरा की मांग भी देशी से ज्यादा रही। कारोबारियों के अनुसार मंडी में पहली बार नीदरलैंड का बीजरहित खीरा आया है। ऐसे में मंडी में खीरा के भाव भी देशी से दोगुना ज्यादा रहे। स्थानीय खीरा के थोक भाव मंडी में किसान को 20 रुपए किलो नीदरलैंड का खीरा 40 से 45 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है।
Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.
© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline