Kisaan Helpline
अक्टूबर की शुरुआत से मध्य तक किसानों ने रबी की बाेवनी कर दी। अंतिम सप्ताह मौसम में ठंडक होने से फसलाें ने अच्छी चाल पकड़ ली। पिछले सप्ताह मौसम से ठंडक गायब हो गई। फसलों की रफ्तार धीमी हाे गई हैं। नवंबर के शुरुआती दिनों में रात का तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस तक रहा। दिन का तापमान 30 से 33 डिग्री सेल्सियस तक रहा। रात में ठंडा मौसम देख किसानों ने रबी की फसलों की बाेवनी कर दी। इसके बाद ठंड अचानक कम हो गई। इससे फसल की बढ़त कम हो गई। रात का तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस हो गया। जिनने मैथी और धनिए जैसी फसलें बोई थी उन्होंने खेतों की जुताई कर दी है। अब वे फिर से बोवनी करेंगे।
इन फसलों में समस्याएं -मैथी, धनिया और सरसों में सबसे अधिक समस्याएं आ रही है। कृषि विभाग के एसएडीओ दिनेशकुमार भाना की माने तो तापमान जल्दी ही कम होने वाला है। किसान वापस इन्हीं फसलों की बुआई करेंगे। इसके अलावा क्षेत्र में तापमान की इस समस्या के चलते चना, मसूर और कलोंजी का रकबा भी बढ़ने की संभावना है। क्षेत्र में इस रबी का 46000 हेक्टेयर का रकबा है।
लगातार आ रही समस्या
गांव दसोरिया के किसान दिलीप पाटीदार, हरि पाटीदार, सरदारसिंह पटेल, गरेाठ के जगदीश कोटवाल, जगन्नाथ पाटनियां के अनुसार उन्होंने 15 दिन पहले मैथी और धनिए की बुआई की थी। तापमान बड़ने के कारण फसल सुख गई। इससे उनको फसलों की जुताई कर फिर से फसलों की बोवनी करनी पड़ेगी। किसानों का कहना है अच्छी फसल के लिए अच्छी ठंड पड़नी चाहिए थी लेकिन एेसा नहीं हुआ। इसके चलते किसानों का यह नुकसान उठाना पड़ रहा है।
Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.
© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline