कैटरपिलर जैसे घातक कीट से बचने के तरीके जाने, और शेयर करे

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Kisaan Helpline

Fertilizer Aug 20, 2019

खरीफ फसल जैसे मूंग, बाजरा, तिल ग्वार में रेड हरी केटरपीलर (कातरा) का प्रकोप देखने को मिलाता है।

रेड हरी केटरपीलर (कातरा) नामक कीट फसलों की नरम- नरम पत्तियों को खाने के अलावा पौधे के तनों का रस चूस लेता है। अगर समय रहते किसान भाई इस कीट के प्रकोप पर नियंत्रण पा लेते हैं तो फसलों की ज्यादा हानि होने से फसल को बचाया जा सकता है। अगर इनकी खेतो में बढ़ती संख्या की बात की जाये तो इसका कारण आसमान में बादल छाए रहने और धूप कम निकलने से इन कीटों को पनपने में काफी बढ़ोतरी देखने को मिलती है। इसके विपरीत अगर दो तीन दिन तक लगातार अच्छी बारिश हो जाए तो कीटों का प्रकोप कुछ हद तक कम हो सकता है। इसका नियंत्रण निम्न प्रकार से करना चाहिए।

कातरा के पतंगे का नियंत्रण

1. इन पतंगों का मानसून की वर्षा होते ही जमीन से निकलना शुरू हो जाता है। इसकी रोकथाम प्रकाश क्रिया से संभव है। इसके लिए निम्न उपाय करें :-
2. इसके लिए पतंगों को प्रकाश की ओर आकर्षित करे।
3. पतंगों को प्रकाश की ओर आकर्षित कर खेतों की मेड़ों, चरगाहों व खेत में गैस लालटेन या बिजली का बल्ब जलाए।  
4. बल्ब के नीचे मिट्टी के तेल में पानी का बर्तन रखें ताकि रोशनी पर आकर्षित पतंगे पानी में गिर कर नष्ट हो जाए।
5. जगह-जगह घास कचरा एकत्रित कर जलाये जिससे पतंगे रौशनी पर आकर्षित हो जाए एवं जलकर नष्ट हो जाए।

कतरा की छोटी अवस्था

खेतों के पास उगे जंगली पौधे एवं जहाँ फसल उगी हो वहां पर अण्डों से निकली लटें एवं इसकी प्रथम व द्वितीय अवस्था में क्यूनालफॉस 1.5% या मिथाइल पैराथियान 2% चूर्ण दवा का 25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से भुरकाव करें। बंजर जमीन या चरागाह में जंगली पौधों से खेतों की फसलों पर कातरे की लट आगमन को रोकने के लिए खेत के चारों तरफ खइया खोदकर इसमें मिथाइल पैराथियान 2 प्रतिशत चूर्ण भुरक दीजिए, ताकि खाई में आने वाली लटें नष्ट हो जाए।

मिथाइल पैराथियान 2% या क्यूनालफॉस 1.5% या फोसलॉन 4% या कार्बोरील 5% चूर्ण 25 किलो प्रति हेक्टेयर का भुरकाव करें।

जहां पानी उपलब्ध हो वहां डाइक्लोरोवास 100 ई.सी. 300 मि.ली. या मिथाइल पैराथियान 50 ई.सी. 750 मि.ली. या क्यूनालफॉस 25 ई.सी. 625 मि.ली. या क्लोरोपायरिफॉस 20 ई.सी. 1 लीटर का प्रति हेक्टेयर छिड़काव करें।

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