सोयाबीन की फसल में टारगेट स्पॉट मुख्यतः पत्तियों का रोग है। इसके लक्षण आपको साफ़ पत्तियों पर गोल से असमान लाल-कत्थई पीले हरे रंग के किनारों वाले धब्बे दिखाई देते हैं। तने और डंठल भी इससे प्रभावित हो सकते हैं और आम तौर पर इन पर गहरे कत्थई घाव या लम्बे घाव दिखते हैं। बाद में फलियों पर छोटे, गोल काले धब्बे नज़र आ सकते हैं। इसका प्रभाव इतना घातक होता है की अधिक संक्रमण होने पर पत्तियां समय से पहले झड़ सकती हैं।
कैसे करे नियंत्रित-
इस प्रकार के रोगो के प्रकोप को रोकने के लिए पायराक्लोस्ट्रोबिन, इपोक्सीकोनाज़ोल और फ़्लुक्सापारोक्साड या बिक्साफ़ेन, प्रोथियोकोनाज़ोल और ट्राईफ़्लोक्सीस्ट्रोबिन के मिश्रण वाले उत्पादों का उपयोग फफूंद के नियंत्रण में सहायक हो सकता है।