Cultivation of Custard Apple : सीताफल (शरीफा) सर्दियों में पाया जाने वाला एक फल है, जिसे शरीफा, सीताफल, शुगर एप्पल या कस्टर्ड एप्पल (Custard Apple) के नाम से भी जाना जाता है। शरीफा की खेती व्यावसायिक दृष्टि से भी काफी लाभदायक है। सीताफल की खेती महाराष्ट्र, असम, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु राज्यों में सफलतापूर्वक की जा रही है और अच्छी कमाई हो रही है।
सीताफल को एक जंगली फल के रूप में जाना जाता है। इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 5-6 मीटर तक होती है। अगर आप सीताफल की खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आपको सीताफल की खेती से जुड़ी पूरी जानकारी पता होनी चाहिए, तभी आपको सीताफल की उन्नत खेती (Sitafal Ki Kheti) कर पायेंगे।
सीताफल की खेती का समय
सीताफल की खेती के लिए जुलाई-अगस्त या फरवरी-मार्च सबसे अच्छा समय है। इस मौसम में पौधे अच्छे से विकास करते हैं। ठंड के मौसम में इसके फल सख्त हो जाते हैं। सीताफल के पौधों को अच्छे फूल आने के लिए गर्म मौसम की आवश्यकता होती है। इसमें मानसून के मौसम में फल लगने शुरू हो जाते हैं।
सीताफल को सिंचाई की बहुत कम आवश्यकता होती है। इसकी खेती महाराष्ट्र और गुजरात के चट्टानी इलाकों में की जाती है। हालांकि, अब कर्नाटक, ओडिशा, बिहार और आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में किसान बड़े पैमाने पर सीताफल की खेती कर रहे हैं।
5 साल के बाद सीताफल के पेड़ पर फल आने शुरू हो जाते हैं
अगर आप सीताफल की खेती करना चाहते हैं तो इसकी बुआई कर सकते हैं। बीज बोने के 40 दिन बाद अंकुरित होते हैं। फिर 5 साल बाद सीताफल (शरीफा) के पेड़ पर फल आने शुरू हो जाते हैं। आप चाहें तो नर्सरी से पौधे खरीदकर भी बागवानी की शुरुआत कर सकते हैं। एक पेड़ से कई किलो सीताफल तोड़ा जा सकता है।
सूखा सहन करने की शक्ति अधिक
सीताफल में सूखा सहन करने की शक्ति अधिक होती है। ऐसे में इसकी सिंचाई ड्रिप विधि से करनी चाहिए। सीताफल (कस्टर्ड एप्पल) के पौधे लगाने के लिए 5 x 5 मीटर की दूरी पर 60 x 60 x 60 सेमी आकार के गड्ढे खोदकर तैयार कर लें। इन गड्ढों को 15 दिनों के लिए खुला छोड़ दें, उसके बाद 10-15 किलो गोबर, 50 ग्राम अमोनियम सल्फेट, 100 ग्राम सिंगल सुपर फॉस्फेट, 25 ग्राम पोटाश का मिश्रण बना लें और सभी गड्ढों को प्रति पौधे के हिसाब से अच्छी तरह दबा-दबाकर भर दें।
एक एकड़ से साल भर में एक लाख से डेढ़ लाख तक की कमाई
सीताफल के पौधे शुरू में लगभग 50-60 फल पैदा करते हैं जो समय के साथ बढ़कर 100 तक पहुँच जाते हैं। एक एकड़ में लगभग 500 पौधे लगाए जा सकते हैं, जिससे सालाना लगभग 30-35 क्विंटल सीताफल की पैदावार होती है। आमतौर पर बाजार में कीमत 40 रुपये के आसपास पाई जाती है। एक एकड़ से साल भर में एक लाख से डेढ़ लाख तक की कमाई आसानी से हो जाती है। इसके पेड़ को पूर्ण रूप से विकसित होने में 4 से 5 वर्ष का समय लगता है।