टमाटर भारत की महत्वपूर्ण व्यावसायिक सब्जी फसल बन गयी है। यह आलू के बाद दुनिया की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण फसल है। टमाटर के फल कच्चे या पके हुए रूप में खाए जाते हैं। यह विटामिन ए, सी, पोटेशियम और खनिजों का समृद्ध स्रोत है। इसका उपयोग सूप, जूस और केच अप, पाउडर में किया जाता है। प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्य बिहार, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल हैं। भारत के हर राज्य में बोई जाने वाली फसल है।
वर्तमान समय में बाजारों में साग-सब्जियों की मांग बढ़ने लगी हैं, किसान भाई साग-सब्जियों की खेती करके अच्छा लाभ कमा सकते हैं। बाज़ारो में प्याज, आलू के साथ -साथ टमाटर की मांग भी बहुत ज्यादा होती है, और बाजार में वर्ष भर टमाटर की आवक जारी रहती हैं। टमाटर ज्यादा मांग होने के कारण किसान भाई टमाटर की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।आज हम आपको टमाटर की उन्नत खेती के बारे में विस्तृत जानकारी देने वाले है, किस तरह आप को नर्सरी तैयार करना हैं, किस समय बुवाई करना है, मिट्टी, जलवायु, खाद एवं उर्वरक, किस समय टमाटर की तुड़ाई करना है आदि खेती से संबंधित सम्पूर्ण जानकरी देने जा रहे हैं।
उचित समय
टमाटर की खेती करने की इच्छा और रूचि रखने वाले किसान भाइयों को बता दें की टमाटर की खेती वर्ष में दो बार कर सकते है, पहली सर्दियों के समय और दूसरी गर्मियों के समय। ऐसे में आप चाहते है की सर्दियों में टमाटर की खेती करना चाहते है तो जुलाई और अगस्त माह उचित होगा बुवाई के लिए और गर्मियों के लिए आप को दिसम्बर और जनवरी माह में शुरुआत करना होगी।
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