Dragon Fruit Commercial Farming : वर्तमान समय में किसान न केवल पारंपरिक खेती को अपनाकर बल्कि खेती की आधुनिक तकनीकों को अपनाकर भी अपना मुनाफा बढ़ाने की कवायद में लगे हुए हैं। अब खेती सिर्फ पेट भरने का जरिया नहीं रह गई है। यह मुनाफा कमाने का जरिया भी बन गया है। आजकल किसान भाइयों में ड्रैगनफ्रूट की खेती का चलन काफी बढ़ गया है। बहुत कम लागत पर अच्छा मुनाफा कमाने की दृष्टि से ड्रैगनफ्रूट की खेती एक लाभदायक सौदा है।
ड्रैगन फ्रूट के स्वाथ्य लाभ (Health benefits of dragon fruit)
वर्तमान समय में ड्रैगनफ्रूट की खेती बढ़ गई है क्योंकि लोग इसे बहुत पसंद करते हैं।
- ड्रैगन फ्रूट कॉलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
- शुगर डायबिटीज़ के रोगियों के लिए फायदेमंद है।
- ड्रैगन फ्रूट फाइबर युक्त होता है, जो आपके शरीर में जरूरी पोषक तत्व की कमियों को पूरा करता है।
- इसके सेवन से कार्डियोवैस्कुलर रोग (सी.वी.डी) होने का खतरा काम हो जाता है।
- हार्ट अटैक जैसे गंभीर रोगों से बचाव करता है।
- ड्रैगन फ्रूट में एंटीअक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
- पोटैशियम और विटामिन सी ड्रैगन फ्रूट में प्रचुर मात्रा में होते हैं।
जानिए ड्रैगनफ्रूट के बारे में (Know about Dragonfruit)
ड्रैगनफ्रूट एक प्रकार की कैक्टस बेल है और इसकी खेती शुष्क स्थानों में की जाती है। चूंकि कैक्टस को कम पानी की आवश्यकता होती है और ड्रैगनफ्रूट भी कैक्टस प्रजाति का फल है, इसे भी बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। यह पौधा मरुस्थलीय पौधों की तरह अपने आप पानी का भंडारण करता है।
ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी
इसकी खेती रेतीली दोमट मिट्टी से लेकर साधारण दोमट मिट्टी तक विभिन्न प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है।
ड्रैगन फ्रूट के फल के बारे में
ड्रैगन फ्रूट का फल देखने में बहुत ही खूबसूरत है। एक पौधा 8 से 10 फल देता है। एक फल का वजन 300 से 500 ग्राम होता है और यह बाजार में आसानी से 300 से 400 रुपये प्रति किलो में बिक जाता है।
ड्रैगन फ्रूट की विशेषता
ड्रैगनफ्रूट की विशेषता यह है कि यह साल में एक बार नहीं बल्कि तीन बार फल देता है, इसलिए किसान आजकल इसकी खेती को प्राथमिकता देने लगे हैं। ड्रैगनफ्रूट बिहार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में उगाया जाता है। इसकी खेती कम वर्षा वाले क्षेत्रों में की जाती है। भारत में कृषि को मानसून का जुआ कहा जाता है और आज भी कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां बारिश अच्छी नहीं होती है। ऐसे क्षेत्रों के लिए ड्रैगनफ्रूट की खेती बहुत फायदेमंद हो सकती है क्योंकि इसकी खेती केवल कम वर्षा वाले क्षेत्रों में ही की जाती है। इसके पौधे बरसात के मौसम को छोड़कर किसी भी मौसम में लगाए जा सकते हैं।
ड्रैगन फ्रूट की खेती से कितनी होगी कमाई
एक एकड़ में तीन से चार लाख के निवेश से एक साल में 7 से 8 लाख रुपये आराम से कमाए जा सकते हैं। यही कारण है कि किसान भाइयों का रुझान ड्रैगनफ्रूट की खेती की ओर बढ़ा है।