फसल तुड़ाई के समय रखी जाने वाली सावधानियां, पढ़े और अपनाये

फसल तुड़ाई के समय रखी जाने वाली सावधानियां, पढ़े और अपनाये
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Kisaan Helpline

Crops Aug 20, 2019

1. तुड़ाई के बाद फसल की गुणवत्ता को बढ़ाया नहीं जा सकता, लेकिन इसकी गुणवत्ता को लंबे समय तक सहेजा जा सकता है। 

2. दिन के ठंडे समय जैसे कि सुबह या शाम को ही फलों व सब्जियों की तुड़ाई की जाए। यदि ऐसा करना संभव न हो तो तुड़ाई के बाद शीघ्र ही फल व सब्जियों को हवादार पेड़ों की छाया वाले स्थान पर रखा जाए। इस तरह तोड़ी गई फसल के तापमान में 8°-10° सेल्सियस तक की कमी हो जाती है , जो कि तुड़ाई के बाद की गुणवत्ता के लिए बहुत ही अहम है। 

3. आमतौर पर 30 प्रतिशत फल व सब्जियों को तुड़ाई एवं पैकिंग के दौरान रगड़ लगती है। रगड़ लगने के कारण ही फल व सब्जियों से शेष फसल के मुकाबले चार गुना अधिक नमी का नुकसान हो जाता है। अधिक नमी के नुकसान के कारण तैयार फसल मंडियों के योग्य नहीं रहती। 

4. नुकसान से बचने के लिए हमेशा उचित यंत्र या कटर की सहायता से तुड़ाई की जाए। तुड़ाई के बाद खेत में उचित डिब्बाबंदी एवं पैकिंग कंटेनर में रखकर भेजा जाए। जहां तक हो सके प्लास्टिक की क्रेटों का प्रयोग करें। टोकरी इत्यादि में तुड़ाई के समय एवं इसके बाद फसलें न रखी जाएं और न ही ऐसी पैकिंग में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जाए। 

5. तुड़ाई के बाद फल व सब्जियों को चोट व रगड़ इत्यादि से बचाएं। इनको गिरने न दें और परिवहन में लापरवाही न बरतें। 

6. खेत से पैक हाउस तक फसल को ले जाने के लिए हाथ से धकेलने वाले ठेलों का प्रयोग करें। 

7. तुड़ाई के समय कच्ची, अधिक मजबूत या किसी भी तरह से खराब हुई फल व सब्जियों को अलग - अलग रखें। 

8. फसलों को हमेशा ग्रेडिंग करके रखें, ऐसा करने पर मूल्य बढ़ोतरी के साथ - साथ फसल को कम नुकसान होगा। 

9. कुछ हरी सब्जियां जैसे बंदगोभी, भिंडी, मटर आदि को पैक करने से पहले पानी से धोएं। 

10. ताजगी को बनाये रखने के लिए इनको जरूरत से अधिक बार - बार इधर - उधर न रखें।

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