Bhindi Ki Kheti: जैसा की हम सभी जानते है अब गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है, ऐसे में वो किसान भाई जिनके पास पर्याप्त पानी की सुविधा है वो तीसरी फसल लेने के लिए योजनाएं बनाना शुरू कर रहे है। गेहू, चना, सरसों, लहसुन इत्यादि कई रबी की फसलों की कटाई के बाद खेत खाली होने के बाद यदि किसान गर्मी के मौसम में सब्जी की खेती करना चाहता है तो गर्मी के इस मौसम में भिंडी की बुवाई कर सकता है।
आइये जानते है भिंडी की खेती के बारे में
उपयुक्त समय
गर्मी के मौसम में भिंडी की बुआई के लिए 20 फरवरी से 15 मार्च तक का समय बुआई के लिए उपयुक्त है।
उन्नत किस्में
भिंडी की उन्नतशील प्रजातियों पूसा भिंडी -5, पूसा ए-4, पंजाब - 7, पंजाब-8, हिसार उन्नत, पंजाब पदमिनी, परभनी क्रान्ति, वर्षा उपहार, पूसा सावनी एवं अर्का अनामिका आदि में से चुनाव करें।
भिंडी की बुआई के लिए बीज की मात्रा
फरवरी में भिंडी की बुआई के लिए 18-20 कि.ग्रा. प्रति हैक्टर बीज पर्याप्त होता है।
बुवाई का तरीका
गर्मियों में पंक्ति से पंक्ति एवं पौधे से पौधे की दूरी 30-45 x 20 सें.मी. पर करें तथा बीज की गहराई लगभग 4.5 सें.मी. रखें।
बुआई से पूर्व भिंडी के बीज को 24 घंटे पानी में भिगो देना चाहिए।
खाद एवं उर्वरक की मात्रा
भिंडी की अच्छी फसल लेने के लिए खेत तैयारी के समय वर्मी कम्पोस्ट या अच्छी सड़ी हुई खाद का प्रयोग करें। रासायनिक उर्वरक में 100-120 कि.ग्रा. नाइट्रोजन 50 कि.ग्रा. फॉस्फोरस व 50 कि.ग्रा. पोटाश प्रति हैक्टर की दर से अंतिम जुताई के समय खेत में मिला दें तथा बची हुई आधी नाइट्रोजन की मात्रा फसल में फूल आने की अवस्था में प्रयोग करें।