किसानों को परम्परागत फसलों के अलावा अधिक मुनाफा देने वाली फसलों पर भी ध्यान देना चाहिए। सर्दियों के मौसम में मूंगफली की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा देती है। दरअसल, सर्दियों में मूंगफली की मांग बढ़ जाती है। क्या आप जानते हैं इसकी खेती कैसे की जाती है? आइए जानते हैं मूंगफली की खेती में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पोषण से भरपूर होती है मूंगफली
मूंगफली का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें मैग्नीशियम, फोलेट और विटामिन ई जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। मूंगफली भी प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसका सेवन करने से शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है। शारीरिक विकास के लिए रोजाना सीमित मात्रा में मूंगफली का सेवन किया जा सकता है।
मुख्य रूप से इन राज्यों में की जाती है मूंगफली की खेती
मूंगफली एक तिलहनी फसल है। मूंगफली के दाने और उनसे निकलने वाले तेल दोनों की बाजार में काफी मांग है। वैसे तो इसकी खेती पूरे देश में की जाती है, लेकिन मूंगफली की खेती मुख्यत: गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडू और कर्नाटक राज्यों में सबसे अधिक उगाई जाती है। इसके अलावा मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और पंजाब में भी इसकी खेती की जाती है। जून में बुआई के बाद इसकी कटाई अक्टूबर तक की जाती है।
मूंगफली की बुआई का समय बहुत महत्वपूर्ण है। बुआई बारिश से पहले कर लेनी चाहिए ताकि पूरी फसल को बारिश के प्रभाव से बचाया जा सके। अगर सही समय पर बुआई नहीं की गई तो बारिश से फसल की पूरी पैदावार पर बुरा असर पड़ सकता है। यदि बीज ठीक से अंकुरित होने से पहले ही बारिश की चपेट में आ जाते हैं तो फलियों के सूखने की समस्या हो जाती है। इससे उत्पादन प्रभावित होगा।
खेत में बुआई से पहले मूंगफली के बीज को पहले उपचारित कर लें। इससे बीजों को रोगों से बचाया जा सकता है, फिर बुआई के बाद सिंचाई करें, इसके लिए बुआई के 15 से 20 दिन बाद स्प्रिंकलर के माध्यम से पानी देना चाहिए। हर 15 दिन में फसलों पर जैविक कीटनाशकों का छिड़काव करते रहें। यह फसलों को कीड़ों से सुरक्षा प्रदान करता है।
गर्मी में मूंगफली की खेती कैसे करे
रबी फसल की कटाई का काम समाप्त होने के बाद साथी किसान जायद की फसल में मूंगफली की बुआई करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। दरअसल, मूंगफली की बुआई पूरे साल (रबी, खरीफ और जायद) की जा सकती है। गर्मियों में मुंगफली की फसल की बुआई 5 मार्च से 30 मार्च तक करनी चाहिए। देर से बुआई करने और वर्षा शुरू होने की स्थिति में खुदाई के बाद फलियाँ सूखने की समस्या आती है। बुआई से पहले बीज का उपचार करना बहुत जरूरी है। इससे फसल में कीट एवं रोग कम लगते हैं। मूंगफली के बीज को बोने से पहले थीरम 2 ग्राम + कार्बेन्डाजिम 1 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज से उपचारित करें।
खेती के लिए क्या जरूरी है
मूंगफली की खेती से अधिक मुनाफा कमाने के लिए आपको फसल की बुआई के आधुनिक तरीकों और अन्य तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए। मूंगफली की खेती के लिए अधिक धूप की आवश्यकता होती है, क्योंकि इससे दाना अच्छा आता है। इसके साथ ही सही जलवायु का होना भी जरूरी है, अन्यथा अनुकूल जलवायु न मिलने पर फसल की पैदावार खराब हो सकती है।