राष्ट्रीय बीज निगम के उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत संकर सब्जी फसलों की किस्मों के गुण
करेला पूसा संकर - 2
फल गहरे हरे रंग के, मध्यम लम्बे एवं मध्यम मोटाई के होते है तथा फल का औसत भार 80-90 ग्राम है। यह प्रजाति लगभग 52 दिन में फल देने लगती है एवं औसत उपज 180 कुं. प्रति हैक्टेयर है।
लौकी पूसा संकर - 3
फल हरे रंग के, तुड़ाई में सुगम और लम्बी दूरी तक भेजने के लिए उत्तम। 50-55 दिनों के बाद प्रथम तुड़ाई। उपज 425 कुं/हैक्टेयर जायद में एवं 470 कुं/हेक्टेयर खरीफ मौसम में।
बेंगन पूसा संकर - 5
इसका पौधा कांटा रहित सीधी शाखाओं वाला होता है । फलमध्यम लम्बाई वाले, गहरे बैंगनी रंग के चमकदार होते हैं। इसके डंठल तथा कैंलिक्स आंशिक रंगत लिए होते हैं। प्रत्येक फ़ल का वजन लगभग 100 ग्राम का होता है। रोपाई से प्रथम तुडाई में 50-55 दिन का समय लगता है। पैदावार 450-600 क्लिंटल प्रति हैक्टेयर होती है।
बैंगन पूसा संकर - 6
इसका पौधा कांटा रहित, सशक्त होता है। इसके फल गोल, मध्यम आकार के, आकर्षक बैंगनी रंग के तथा चमकदार होते हैं। प्रत्येक फल का वजन 150 से 200 ग्राम होता है। रोपाई से प्रथम तुड़ाई में 55-60 दिन का समय लगता है। पैदावार 400-500 क्लिंटल प्रति हैक्टेयर होती है।
बैंगन पूसा संकर - 9
पौधे सीधे शाखाओं वाले, बिना कांटे के, पत्तियां-हरे रंग की एवं छोटे पत्तों में अपेक्षाकृत हल्का रंग पाया जाता है। फल थोड़े अंडाकार, काले बैंगनी एवं चमकीले होते है। औसतन वजन-250 ग्राम, प्रथम फल तोडाई रोपाई के 55-60 दिन के पश्चात। उपज-500 कुं/हेक्टेयर।
टमाटर पूसा संकर - 2
इसका पौधा बोना (मजबूत), निश्चित बढ़वार वाला, भरपूर फसल देने वाला होता है। इसका फल लाल रंग के, गोल, मध्यम आकार के, ठोस तथा दूर भेजने हेतु उपयुक्त एवं समान रूप से पकने वाला होता है। इसकी औसत उपज (उत्तर भारत) में 550-606 क्विटंल प्रति हैक्टेयर है। यह प्रजाति नेमेटोड के प्रति प्रतिरोधी है। यह देश के अधिकांश भागो में (उत्तर व मध्य भारत) उगाए जाने के लिए उपयुक्त है !
टमाटर पूसा संकर - 4
निश्चित बढ़वार वाले पौधे, फल गोल एंव मध्यम आकार के लाल रंग के, समान रूप से पकने वाला, सुदूर क्षेत्रों तक भेजने के लिए उत्तम। मध्य प्रदेश व महाराष्ट के मैदानी इलाके में बुवाई का समय मध्य अक्टूबर से मध्य दिसम्बर तक। उपज 550 कुं/हेक्टेयर। यह प्रजाति नेमेटोड के प्रति प्रतिरोधी है।
टमाटर पूसा संकर - 8
फल गोल, लाल रंग के एवं मोटा छिलके वाला, पौधों की बढ़बार निश्चित, सघन पत्ते, अक्टूबर में पौध तेयार होती है और रोपाई नवंबर के दौरान की जाती है। लंबी दूरी की आपूर्ति के लिए उपयुक्त। उपज 430-450 कुं/हेक्टेयर।
फूल गोभी पूसा कार्तिक संकर
यह सितंबर मास के प्रारम्भ में परिपक्व होने वाला संकर किस्म है। फूल (कर्ड) बनने के लिए उपयुक्त औसत तापक्रम 22 डिग्री से 25 डिग्री से है। फूल (कर्ड) ठोस, सफेद रंग धारण करने की क्षमता, मध्यम आकार, वजन 475, ग्राम, डाऊनी मिलड्रयू के प्रति प्रतिरोधी। औसत उपज 149 कुं/हेक्टेयर।
मिर्च अर्का मेघना
अधिक उपज देने दाली मिर्च, मेल स्टेरीलिटी का उपयोग करके विकसित की गयी संकर किस्म। पोधे-मध्यम लंबे (81.3 सेमी) एंव 69.5 सेमी तक विस्तार। फल 10.6 सेमी लम्बा एंब चौडाई 1.2 सेमी। अगेती किस्म, 50 प्रतिशत फूल आने में 24 दिन लगते हैं। 140-150 दिन में फसल तैयार हो जाती है। फल का रंग गहरा हरा होता है जो पकने पर गहरे लाल में बदल जाता है। चूर्णित आसिता और विषाणु कें प्रति सहनशील। उपज - 335 कुं/हेक्टेयर की हरी मिर्च की एंव 50 कुं/हेक्टेयर की सूखी मिर्च की।
मिर्च अर्का हरिता
सीएमएस द्वारा विकसित की गयी अधिक उपज देने वाला संकर। चूर्णित्त आसिता और विषाणु के प्रति प्रतिरोधी। फल 10 सेमी लंबी तथा 1 सेमी चौडी। फल गहरे हरे रंग के है, जो परिपक्व होने पर गहरे लाल हो जाते हैं। उपज-310 कुं/हैक्टेयर की हरी मिर्च की एवं 60 कुं/हेक्टेयर की लाल मिर्च की।