पृथ्वी पर मानव एवं कृषि की उत्पत्ति के साथ ही साथ खरपतवार की भी उत्पत्ति हुई। खरपतवार (kharpatwar) फसलों से भूमि, मृदा जल, स्थान, पोषक तत्वों व फसल वृद्धि आदि से प्रतिस्पर्द्धा करते हैं। और फसलों को दिया जाने वाला विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व, जल आदि को ग्रहण करके वे फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। जिससे फसल उत्पादन के प्रति इकाई क्षेत्रफल में शुद्ध लाभ में कमी हो जाती हैंं। कभी-कभी तो खरपतवार (werd in hindi) द्वारा फसलों की उपज में हानि 90% तक हो जाती है।
खरपतवार वह पौधा है, जो बिना चाहे खेत में फसल के साथ उगता है। खरपतवार (weed) वे अवांछित पौधे हैं जो किसी स्थान पर बिना बोए उगते हैं और जिनकी उपस्थित किसान को लाभ की तुलना में हानिकारक अधिक है।
आइये जानते है सोयाबीन की फसल में अवांछित रूप से उगने वाले खरपतवार और उनके नियंत्रण के उपाय:
- सावक (साँवा) (Echinochloa colonum)
- सामाघास/वर्नयारड ग्रास बहुवर्षीय सामा घास (Echinochloa crusgalli)
- बडी दुद्धी ( Euphorbia hirta L.)
- (लटमहूरिया, लेसुआ) Digera arvensis
- कनकुआ (Commelina benghaensis)
- क्रैब घास (Digitaria sanguinalis)
- (पैरा घास)Brachiaria mutica
खरपतवार नियंत्रण के उपाय:
- खरपतवार नियंत्रण के लिए समय-समय पर आवश्यकतानुसार निराई-गुड़ाई करें तथा खेत में बेल या ट्रेक्टर आदि कृषि ससांधनो के द्वारा खुरपे चलाकर खरपतवार की रोकथाम कर सकते हैं।
- फसलों में इस प्रकार के खरपतवार दिखाई देने पर सोयाबीन और मूंगफली की फसल के लिए Imazethapyr 10% SL 1 liter/500 liter water या Propaquizafop 2.5% + Imazethapyr 3.75% w/w ME (Shaked) 700 ml/acre और सोयाबीन की फसल के लिए (Oddissey) Imazethapyr 35% + Imamox 35% WG 40 gm /acre या ( UPL-IRIS) Sodium Acifluorfen 16.5% + Clodinafop Propargyl 8% EC 400 ml/acre या (Syngenta-FUSIFLEX) Fomesafen 11.1% + Fluazifop-p-butyl 11.1% SL (फ़ोमेसेफन 11.1% + फ्लुज़िफ़ोप-पी-ब्यूटाइल 11.1% SL) 400 ml/acre की दर से छिड़काव करे।
- फसल की बुवाई के तुरंत बाद 1-2 दिन के के अंदर Pendimethalin 30% EC 1-1.5 liter/acre या Pendimethalin 38.7% CS (पेंडिमथेलिन 38.7% सीएस) 700 ml/acre की दर से छिड़काव करें।
- खरपतवारनाशक के इस्तेमाल करने से पहले कृषि विशेषज्ञ तथा अपने नजदीकी अनुभवी किसान और कृषि उत्पाद विक्रेता से सलाह और परामर्श अवश्य लें।