जैसा की हम सभी जानते है रबी और खरीब की फसलों बीच की अनुकूल समय को जायद का समय या जायद फसल का सीजन कहा जाता है। अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए किसान जायद के सीजन में सब्जियों की बुवाई शुरू करें। जायद की सब्जियां की बुवाई का समय फरवरी से मार्च तक सही होता है। अच्छे लाभ और अधिक कमाई करने के किसान जायद में इन सब्जियों की बुवाई करनी चाहिए जैसे; टमाटर, खीरा ककड़ी, भिंडी, बेंगन, तरोई, पालक, अरबी, करेला, लोकि, फूलगोभी और ककड़ी इन सब्जियों की बुवाई के लिए यह समय अनुकूल होता है। इस समय खेत खाली होते है, सब्जियों की अच्छी पैदावार के लिए इस समय बुवाई होने से सब्जियों का उत्पादन अच्छा होता है और किसान को गर्मियों में बाजार में इन सब्जियों की मांग को देखते हुए अच्छा लाभ कमा सकता है। इस मौसम में किसान अन्य दूसरी फसलों की बुवाई की बजाए सब्जियों की बुवाई करके कम लागत में अच्छा इनकम प्राप्त कर सकता है।
इस तरह करे सब्जियों की बुवाई
अच्छे पैदावार के लिए किसान भाई खेत की जुताई से पहले उसमे नमी को देखे यदि खेत में नमी न हो तो पहले पानी का हल्का छिड़काव करके खेत में नमी बनाए, साथ ही बुवाई से पहले देसी खाद को डालना उचित होता है। किसान भाई भिंडी की बुवाई से पहले भूमि को जुताई करके अच्छे से समतल और भुरभुरी कर लेना चाहिए। उसके बाद भिंडी के बीज एक कतार में लगाना चाहिए। पौधे से पौधे की दुरी 15cm के बीच की होनी चाहिए। साथ ही इसकी निंदाई खुदाई 10 -15 दिनों में कर लेनी चाहिए। गर्मियों के मौसम में खीरे की मांग बाजार मे बहुत देखी जाती है। खीरे की खेती के लिए किसान सबसे पहले अपने खेत में क्यारियों का निर्माण करना चाहिए, इसके बीज को एक लाइन में लगाना चाहिए और इसके पौधे की दुरी 1 मीटर की रखनी चाहिए। समय-समय पर किसान को इसकी निंदाई खुदाई करनी चाहिए, जिसको करने से पौधे की वृद्धि अच्छे से हो। अगली सब्जी बेल पर लगने वाली लौकी की करें, तो इसकी बुवाई हमे दोमट मिट्टी में करनी चाहिए। आर्द्र और गर्म जलवायु इसके लिए उपयुक्त होती है।
ऐसे किसान सभी जायद की सब्जियों को लगा कर गर्मियों में बाजार में बेच कर अपनी कमाई को बड़ा सकते है।