जैसा कि हम देख सकते हैं कि नील गाय, सूअर और जंगली जानवरों का प्रकोप काफी बढ़ रहा है।
इस समस्या को हल करने के लिए एक मशीन बनाई गई है, जिसे हम झटका मशीन के रूप में जानते हैं।
यह मशीन सौर ऊर्जा से चलती है। खेतों के चारों ओर की गई तार फेंसिंग से किसी को भी छूने से करंट का एक झटका लगता है। तारों में लगातार करंट नहीं चलता है। पल्स रेट पर डीसी वोल्टेज की वजह से कोई जनहानि होने की सम्भावना नहीं होती है। इसे छूने पर एक आवाज आती है, जिससे किसान को पता चल जाता है कि खेत में घुसपैठ करने की कोशिश की जा रही है। इस मशीन की कीमत करीब 4 हज़ार रूपए से चालू होती है। फसल को बचाने के लिए किसान रात भर खेतों की रखवाली करते है पर इस मशीन के आने के बाद किसान बेफिक्र हो कर सो सकता है।