Chia Seeds Farming: किसान अब पारंपरिक फसलों की खेती से हटकर नकदी फसलों की ओर रुख कर रहे हैं। अधिक मुनाफा कमाने के उद्देश्य से किसानों के बीच औषधीय गुणों से भरपूर पौधों की खेती का चलन बढ़ गया है। कम लागत और बाजार में अधिक मांग के कारण किसान इसे बेहतर विकल्प मान रहे हैं। यही कारण है कि औषधियां बनाने में उपयोग होने वाले पौधों की खेती का चलन बढ़ रहा है।
चिया बीज एक सुपरफूड है। यह विटामिन, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है। अगर आप स्वस्थ रहते हुए अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आपको चिया सीड्स के बारे में जरूर जानना चाहिए।
चिया सीड्स बहुत छोटे काले और सफेद रंग के बीज होते हैं। ये साल्विया हिस्पैनिका पौधे के बीज हैं। आप चाहें तो इसे नाश्ते और रात के खाने में ले सकते हैं। इसके सेवन का सबसे आसान तरीका यह है कि इसे रात में पानी में भिगो दें और सुबह उठकर पानी, नींबू या शहद के साथ पिएं।
ऐसा ही एक पौधा है चिया सीड्स। इसके पौष्टिकता और उच्च गुणवत्ता के कारण इसे सुपर फूड भी कहा जाता है। भारत में इसकी खेती अब धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है। आइए जानते हैं चिया सीड्स की खेती के बारे में...
चिया सीड को सुपर फूड भी माना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम साल्विया हिस्पैनिका है। यह एक फूल वाला पौधा है। माना जाता है कि चिया बीज मध्य और दक्षिणी मेक्सिको और ग्वाटेमाला के मूल निवासी हैं। पिछले कुछ सालों से चिया सीड्स की खेती (Chia Seed Ki Kheti) भारत में भी होने लगी है। मध्य प्रदेश के मंदसौर और नीमच जिलों समेत कुछ अन्य इलाकों में किसान इसकी खेती कर रहे हैं। धीरे-धीरे इसका विस्तार अन्य राज्यों में भी हो रहा है। कम लागत और बहुत अधिक मुनाफ़े के कारण चिया बीज की खेती किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक देशों में इसकी व्यापक रूप से खेती की जा रही है। भारत में कर्नाटक, तमिलनाडु और राजस्थान के अलावा कई अन्य राज्यों के किसान भी इसकी खेती कर रहे हैं।
चिया सीड की अच्छी पैदावार लेने के लिए खेत को ठीक से तैयार करना जरूरी है। पहले दो या तीन बार जुताई करके मिट्टी को भुरभुरा बना लें। इसके बाद पाटा चलाकर खेत को समतल कर दिया जाता है। अच्छे अंकुरण के लिए बुआई से पहले खेत में उचित नमी का होना जरूरी है।
चिया सीड बुवाई का सही समय
चिया सीड की फसल बोने का सही समय अक्टूबर और नवंबर का महीना है। अच्छी उपज के लिए निराई-गुड़ाई आवश्यक है। निराई-गुड़ाई कम से कम दो बार करनी चाहिए।
100-115 दिन में तैयार हो जाती है चिया सीड की फसल
चिया सीड की फसल 100-115 दिन में तैयार हो जाती है। चिया सीड की कटाई नहीं की जाती बल्कि तैयार फसल को उखाड़ लिया जाता है।उखाड़ी गई फसल को सूखाने के बाद किसान थ्रेसिंग से बीज निकाल लेते हैं। एक एकड़ खेत में करीब 6 क्विंटल तक चिया सिड्स की उपज प्राप्त हो जाती है।
Tags: chiya ki kheti, chia seeds farming, chia seed ki kheti, chiya bij ki kheti, चिया की खेती