पूसा कृषि विज्ञान मेला 2022: हर साल होने वाले पूसा कृषि विज्ञान मेला को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल भी इसे उतनी ही धुमधाम से मनाया जाएगा, जितना की हर साल मनाया जाता है।
आपको बता दें कि इस साल होने वाले पूसा कृषि विज्ञान मेला की तारीख का ऐलान भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने कर दिया है। इस मेले को 9 से 11 मार्च तक मनाया जाएगा। इस मेला का आयोजन दिल्ली में स्थित संस्थान ग्राउंड पर किया जाएगा।
किसान भाईयों को पूसा कृषि विज्ञान मेला का इंतजार सालभर बेसब्री से रहता हैं, क्योंकि इसे उनको कई फायदें होते हैं। देखा जाए, तो इसमें संरक्षित और वर्टिकल फार्मिंग के बारे में किसानों को बताया जाता है। इसके अलावा उन्हें सभी तरह के कृषि उत्पादों के निर्यात के बारे में भी जानकारी दी जाती है। ये ही नहीं इस मेले में एग्री स्टार्टअप (Agri startup), किसान उत्पादक संगठनों (FPO), जैविक एवं प्राकृतिक खेती ले जुड़े सभी समस्याओं के बारे में विस्तार से बताया जाता है।
सरकार किसानों की उन्नति और विकास में हर सम्भव प्रयास में लगी रहती है, इसी और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की और से दिल्ली में कृषि मेले का आयोजन करने जा रही है | इस मेले का उद्घाटन केन्द्रीय कृषि मंत्री 9 मार्च 2022 को दोपहर 2 बजे करेंगे | मेले का उधेश्य किसानो की आय में वृद्धि और कृषि तरीको में तकनीक लाना है –
पूसा कृषि मेला के बारे में
यह एक प्रकार का सरकार द्वारा आयोजित मेला है, जिसमे देश भर के हर जागरूक किसान शामिल होते है और यहाँ हर साल देश के प्रमुख प्रगतिशील किसानो को समान्नित किया जाता है | भारतीय कृषि अनुसंधान पूसा संस्थान द्वारा यह मेला हर साल आयोजित किया जाता है |
इस मेले का आयोजन नई दिल्ली में 9 मार्च से 11 मार्च 2022 तक आयोजित किया जायेगा, यह कुल तिन दिन का कार्यक्रम है जिसमे हर दिन और समय-समय कई प्रोग्राम सम्पन होंगे |
प्रगतिशील किसानों को मिलेगा सम्मान
हर साल की भांति इस बार भी प्रगतिशील किसानों को सम्मानित होंगे, इसके लिए 25 जनवरी 2022 तक आवेदन मांगे गए थे | संस्थान द्वारा जिन किसानो को आवेदन के तहत चुने गये किसानों को, इस मेले में समानित किया जाना है |
पूसा कृषि मेला का उद्देश्य
मेले में स्मार्ट खेती मौडल आधारित सरंक्षित खेती, बिना मिटटी की खेती, वर्टिकल खेती, खेती आधारित स्टार्टअप, कृषि उत्पाद निर्यात, जैविक और प्राक्रतिक खेती, जैसी कई कृषि तकनीको के ज्ञान को बढ़ावा और इनको विषित करने के लिए प्रोत्साहन किया जायेगा |
मेले के आकर्षण
- रबी फसल उत्पादन प्रौद्योगिकियों का जीवंत प्रदर्शन
- सब्जियों तथा फूलों की संरक्षित खेती का प्रदर्शन
- भा. कृ. अ. परिषद के संस्थानों और निजी कंपनियों द्वारा विकसित फार्म उपकरणों एवं उन्नत कृषि यंत्रो की प्रदर्शनी एवं बिक्री
- उन्नतशील किस्मों के बीजों एवं पौधों की बिक्री
- मृदा व पानी के नमूनों की मुफ्त जांच
- कृषि उत्पादों, जैव उर्वरकों और कृषि रसायनों का प्रदर्शन एवं बिक्री
- उन्नत सिंचाई विधियों का प्रदर्शन एवं बिक्री
- नवप्रवर्तक किसानों द्वारा स्वयं के उत्पादों का प्रदर्शन एवं बिक्री
- किसान गोष्ठी
- कृषि साहित्य का निःशुल्क वितरण
- नवोन्मेषी किसान सम्मेलन एवं उनका सम्मान
- राष्टीय पुष्प प्रदर्शनी
- किसानों के लिए निःशुल्क रात्रि विश्राम की सुविधा
अन्य गतिविधियां
- खेती में ड्रोन कृषि तकनीक और साधनों को कैसे अपनाए – इनकी सम्पूर्ण जानकारी और प्रदशनी दिखाई जाएगी |
- खेती आधारित स्टार्टअप विकसीत करना, कृषि उत्पाद निर्यात में वृद्धि करना – किसान उत्पादक संघटन को मजबूत करना है |
- इस मेले में किसान पूसा संस्थान के उन्नत बीजो के अलावा दूसरी संस्थानों के भी उन्नत बीज खरीद सकते है |
- जैविक और प्राक्रतिक खेती को आसान तरीको से कैसे अपनाए, इन विषयों पर काम करना है |
- भारतीय कृषि अनुसंधान पूसा संस्थान द्वारा नई विकसित उन्नत फसलो के बीज के बारे में और खरीद भी सकते है |
- किसान अपने खेतों की मिटटी और सिचाई पानी की निशुल्क जांच करा सकते है |
- किसान गोष्टी और किसानो की और फसलो सम्बधित समस्याओ को साझा कर सकते है उनका समाधान ले सकते है |
- उन्नत बीजों की जीवंत फसल प्रदर्शन | – जीरो बजट प्राक्रतिक खेती क्या है ?
पूसा कृषि मेला 2022 का फोकस
इस तीन दिवसीय पूसा कृषि विज्ञान मेले में – स्मार्ट और ऑर्गेनिक खेती, सरंक्षित खेती, हैड्रोपोनिक्स और वर्टिकल खेती, कृषि उत्पादक संघटन (FPO), जैविक और प्राक्रतिक खेती, कृषि उत्पाद के निर्यात में वृद्धि पर होगा मुख्य फोकस |
Pusa Krishi Vigyan Mela 2022 – कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए इंटरनेशनल फल, बागवानी फसलों के उत्पादन एवं सब्जी और अनाज, दलहन, तिलहन फसलों का निर्यात पर जोर दिया जायेगा।