जैसे की आप जानते है अदरक भारतवर्ष की प्रमुख औषधीय और मसाला फसलों में से एक है। अदरक का प्रयोग मसाले, औषधिया और सौन्र्दय सामग्री के रूप में हमारे दैनिक जीवन में वैदिक काल से चला आ रहा हैं। खुशबू पैदा करने के लिये आचार, चाय के अलावा कई व्यजंनो में अदरक का प्रयोग किया जाता हैं। सर्दियों में खाँसी जुकाम आदि के लिए भी इसका प्रयोग आम हैं। अदरक का सोंठ के रूप में इस्तमाल किया जाता हैं। अदरक का तेल, चूर्ण और अंगलियोरजिन भी औषधियों में उपयोग किया जाता हैं।
वर्तमान समय में कोरोना की दूसरी लहर में भी आयुर्वेद कारगर साबित हुआ। तमाम लोगों ने औषधियों का सहारा लिया और स्वस्थ्य भी हुए। ऐसे में औषधियों की डिमांड बढ़ी है। इसे देखते देश में कई किसान औषधि खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। हल्दी, मेथी, अश्वगंधा, अदरक आदि कर रहे हैं। यह चीजें उनके लिए तो उपयोग में आएंगी ही साथ ही बाजार में भी हाथों-हाथ बिक जाएंगी, इसलिए किसानों में औषधि खेती को लेकर उम्मीद जगी है।
अदरक का उपयोग
- औषधियों के रूप में- सर्दी-जुकाम, खाँसी खून की कमी, पथरी, लीवर वृद्धि, पीलिया, पेट के रोग, वाबासीर, और वायु रोगीयों के लिये दवा बनाने में प्रयोग की जाती हैं।
- मसाले के रूप में- चटनी, जैली, सब्जियो, भार्बत, लडडू, चाट आदि में कच्ची और सूखी अदरक का उपयोग किया जाता हैं।
- सौंदर्य प्रसाधन में- अदरक का तेल, पेस्ट, पाउडर और क्रीम बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता हैं।