खेती में इस्तेमाल किये जाने वाले विभिन्न कृषि यंत्र और उपयोगिता के बारे में
मोल्ड बोर्ड हलः यह हल खेत की प्राथमिक जुताई के लिए उपयुक्त है। यह मिट्टी को काटकर पलट देता है, जिसके कई लाभ हैं, जैसे खरपतवार को नष्ट करना, हरी खाद की फसल को मिट्टी में दबाना आदि। ट्रैक्टरचालित मोल्ड बोर्ड हल से 25-30 सें.मी. गहरी जुताई होती है। इसके मुख्य भाग फार मोल्ड बोर्ड, भूमि पार्श्व हैं।
मोल्ड बोर्ड हल
कल्टीवेटर: इसका प्रयोग खेत जुताई करने तथा खेत में बीज एवं खाद मिलाने के लिए किया जाता है। कुछ फसलों में निराई-गुड़ाई करने का काम भी कर सकते हैं। इसमें 79. 11 या 13 टाईन लगी होती हैं, जो स्प्रिंग-भारित होती हैं। हल्की मृदा में प्रथम जुताई तथा भारी मृदा में इसका उपयोग मोल्ड बोर्ड तथा हैरो से जुताई करने के बाद करना चाहिए। इससे ईंधन की बचत होती है। इससे प्रति घंटा 0.4-0.6 हैक्टर जमीन जोत सकते हैं।
कल्टीवेटर
डिस्क हैरो: यह द्वितीय भू-परिष्करण यंत्र है। यह यंत्र मिट्टी। एवं खरपतवारों को काटकर ऊपर उठाता है और पलट देता है। डिस्क हैरो उच्च कार्बन इस्पात से बनी होती है और इनकी धार 5-7 सें.मी. तक होती है। इनके किनारे तेज होते हैं, जो कि मिट्टी को काटते हैं। डिस्क शॉफ्ट एक पंक्ति में लगे होते हैं और डिस्क के बीच में स्पूल लगा होता है। यह डिस्क से डिस्क की दूरी बनाये रखता है। तवेदार समूह चलने की दिशा से एक कोण पर सैट किये जाते हैं।
डिस्क हैरो
रोटावेटर: इसका उपयोग हरी खाद बनाने में भी होता है। यह खेत की मिट्टी को भुरभुरी बनाने में भी उपयोगी है। यह 10-15 सें.मी. गहराई तक की मिट्टी को मुलायम करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इससे एक बार की जुताई से ही खेत बुआई के लिए तैयार किया जा सकता है। रोटावेटर को लगभग 40-50 अश्वशक्ति वाले ट्रैक्टर के पीटीओ द्वारा लगभग 210 आरपीएम पर चलाया जाता है। रोटावेटर की फालें अंग्रेजी के अक्षर 'एल' आकार की होती हैं। इसकी कार्य क्षमता 0.40 हैक्टर प्रति घण्टा है।
रोटावेटर
रेज्ड बेडमेकर: यह यंत्र मेड़ तथा कूंड बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है। कूंड बनाने की गहराई या मेंड़ की ऊंचाई को ट्रैक्टर की हाइड्रोलिक प्रणाली की सहायता से घटाया बढ़ाया जा सकता है। इसमें दो मोल्ड बोर्ड लगे होते हैं, जिनमें से एक दाहिनी ओर एवं दूसरा बायीं ओर मिट्टी पलटता है। दोनों मील्ड बोर्ड एक ही फ्रेम में लगे होते हैं। इससे मेड़ या रिज बनाया जाता है तथा यह मिट्टी चढ़ाने का भी कार्य करता है। इनसे चौड़े मेड़ तथा छोटी नालियां बनती हैं। इसके लिए फ्रेम में 150 से.मी. की दूरी रखी जाती है।
रेज्ड बेडमेकर