सरकार की प्रतिक्रिया जो किसानों के लिए देखने को मिल रही है, वो किसानो के हित और उनके विकास को लेकर काफी जागरूक है। उत्तर प्रदेश में ज्यादातर किसान गन्ने की खेती को महत्व देते है। और इसी मुद्दे को लेकर इस बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्य के गन्ना किसानों को बड़ी राहत दी है। जो किसान गन्ने की खेती करते है, उन्होंने गन्ना किसान के बकाया को अगस्त तक भुगतान करने का निर्देश दिया है। योगी ने कहा कि इसके लिए रणनीति बनाकर भुगतान की कार्रवाई करायी जाए। उन्होंने अगले पेराई सत्र में प्रदेश की सभी चीनी मिलों को संचालित कराने का भी निर्देश दिया। और आश्वासन दिया है की इस मामले में प्रगतिशील कार्य होगा।
राज्य की प्रगति को ध्यान में रखते हुए, योगी आदित्य नाथ ने गन्ना क्षेत्र फल की वृद्धि को किसानों और प्रदेश के लिए भविष्य में अत्यंत उपयोगी बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की ऐसी चीनी मिलें, जहां आसवनियां (डिस्टिलरी) संचालित नहीं हैं, वहां आसवनियों की स्थापना हेतु आवश्यक कदम उठाये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा,कि चीनी मिलों के सुचारु संचालन के लिए कार्ययोजना बनाकर अभी से उनकी मरम्मत आदि के लिए कार्यवाही शुरू की जाए। बुधवार को मुख्यमंत्री ने यहां लोक भवन में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के प्रस्तुति करण के दौरान अधिकारियों को ये निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि गन्ना किसानों को गन्ना आपूर्ति हेतु पर्ची निर्गमन व्यवस्था को सुदृढ़ तथा विसंगतियों को समाप्त करने पर भी उन्होंने ज़ोर दिया। उन्होंने गन्ना किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं यथा सड़कें, चीनी मिलों और गन्ना तौल स्थलों पर विश्रामालय, पेयजल एवं शौचालय आदि सुनिश्चित किये जाने के लिए राज्य स्तर पर एक निधि की स्थापना के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में जो भी चीनी मिलें 700 व 1200 टीडीसी क्षमता वाली हैं, उन सभी चीनी मिलों की क्षमता बढ़ाकर 5000 टीडीसी पर लाया जाए। अगले तीन साल में इसका अपग्रेडेशन होना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानो को प्रगति, और राज्य के विकास को लेकर काफी समय से विचाराधीन है। और इसके लिए बेहतर कदम उठाएंगे ताकि जल्द ही किसानो को इसके लिए राहत मिल पाए।