झांसी. बुंदेलखंड में सूखे से किसान परेशान हैं, लेकिन पान की खेती करने वालों की फसल हरी-भरी है। वैसे भी पान को लेकर लोगों में खासा क्रेज होता है। कई लोग आपको दिनभर पान चबाते दिख जाएंगे। इससे जुड़ी खास बात ये है कि अगर खेती के दौरान गांव में कोई पान की बेल देख लेता है तो किसान को जुर्माना देना पड़ता है। dainikbhaskar.com आज आपको पान से जुड़े कुछ ऐसे ही और रोचक फैक्ट्स बताने जा रहा है।
कैसे हाेती है पान की खेती?
- ललितपुर, बांदा, महोबा से सटे उद्यान में बड़े पैमाने पर पान की खेती होती है।
- यहां पान उगाने वाले चिंताराम बताते हैं कि पान की खेती करने के लिए खेत को पूरी तरह से ढक दिया जाता है।
- बांस बल्लियों की मदद से पान को पतली कपड़े की चटाई, तिरपाल या फिर टाट से पूरी तरह से ढक दिया जाता है।
- ऐसा इसलिए होता है, ताकि धूप या कोहरे का असर सीधा पान पर न पड़े।
पान की बेल दिखने पर पड़ता है जुर्माना
- चिंताराम आगे बताते हैं कि पान की बेल को 15 से 20 फीट ऊंचाई के बांस लगाकर फैलाया जाता है।
- अक्सर पान की बेल इतने बांस के काफी नीचे ही सिमट कर रह जाती है।
- लेकिन अगर बेल बांस के ऊपर से निकल गई और इसे किसी ने देख लिया तो उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है।
- सजा के रूप में उन्हें उस व्यक्ति को खाना खिलाना पड़ता है।
क्यों होता है ऐसा?
- माना जाता है कि अगर 20 फीट ऊंचे बांस से भी ऊंची बेल हुई है, तो फसल अच्छी हुई है।
- इससे मुनाफा भी अच्छा होगा।
- यही वजह है कि खाना खिलाने जैसा जुर्माना अच्छी खेती की खुशी में भरना पड़ता है।
- चिंताराम की पत्नी इंदु के मुताबिक, यह बेहद पुरानी कहावत और परंपरा है