शिमला। बरसात के इस मौसम में जहां सब्जियों के दाम सिर चढ़कर बोल रहे हैं। इस पर लाल टमाटर के दाम सुनकर ही खरीदार लाल हो रहे हैं। पूरे देश में जहां टमाटर 40 से 70 रुपए किलो बिक रहा है वहीं हिमचल के सोलन जिले में लाल सोना कहे जाने वाले टमाटर के दामों में आई गिरावट से किसान मायूस हैं। किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है, एक ओर जहां खराब मौसम के चलते किसानों की सब्जियों की फसलें खराब हो रही हैं, वहीं टमाटर कम रेट मिल रहे हैं। किसानों की सब्जियां तैयार करने में आई लागत भी पूरी नहीं हो पा रही है। सोलन सब्जी मंडी में टमाटर इन दिनों 3 रुपए से लेकर 8 रुपए प्रतिकिलो तक बिक रहे हैं।
प्रदेश में सब्जी उत्पादन में अग्रणी जिला सोलन की आर्थिकी टमाटर पर टिकी है। शिमला मिर्च भी सोलन जिला के किसानों की मुख्य नगदी फसल है। इस बार किसानों की फसलें अच्छी थी, लेकिन भारी बारिश के बाद इसमें सड़न व झुलसा रोग लग गया। बारिश से नुकसान के बाद भी जो फसल मंडियों में पहुंच रही है उसकी भी अच्छी कीमत नहीं मिल रही है। सोलन मंडी में हाईब्रिड टमाटर 3 से लेकर 8 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। हिमसोना किस्म का टमाटर 14 से रुपए प्रतिकिलो तक शनिवार को बिका है। इसके अलावा जो किसान चंडीगढ़, पंजाब व दिल्ली की मंडियों में टमाटर भेज रहे हैं, उन्हें सोलन मंडी से दोगुने दाम मिल रहे हैं। दिल्ली की आजादपुर मंडी, गाजीपुर, चंडीगढ़ व पंजाब में टमाटर तो 20 से 30 रुपए प्रति किलो तक दाम मिल रहे थे। इसी तरह शिमला मिर्च सोलन मंडी में 8 से लेकर 15 रुपए तक बिक रही है, जबकि बाहरी राज्यों की मंडियों में इसके दाम 30 से 35 रुपए प्रतिकिलो तक किसानों को मिल रहे हैं।
क्या कहते हैं किसान
सोलन के धरांजटी गांव निवासी किसान बीएस मेहता, पाटी निवासी जयपाल, कथेड़ निवासी वीरेंद्र ठाकुर और अणु गांव निवासी विकास ठाकुर ने बताया कि सोलन मंडी में कम दामों पर टमाटर बिक रहा है। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि टमाटर का समर्थन मूल्य निर्धारित किया जाए, ताकि किसानों को राहत मिल सकें।
रोज पहुच रहे 15000 क्रेट
सोलन मार्किट कमेटी के निरीक्षक बलदेव ठाकुर ने बताया कि रोज सब्जी मंडी में ही टमाटर की 15000 क्रेट पहुंच रहे हैं। इस सीजन में अब तक 2 लाख से अधिक क्रेट टमाटर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि शनिवार को सोलन में 150 से 400 रुपए प्रति क्रेट टमाटर बिका। उन्होंने कहा कि मार्केट में मांग कम होने से अभी मंदी छाई हुई है। आने वाले दिनों में मांग बढ़ने से दामों में भी उछाल आने की उम्मीद है।