Monsoon 2023 Update : बिपरजॉय चक्रवात का कहर भले ही कम हो गया हो, लेकिन इसका असर अब भी कई राज्यों में देखा जा रहा है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वजह से रुका मानसून (Monsoon) अगले 3-4 दिनों में रफ्तार पकड़ सकता है और इसके बाद दिल्ली-एनसीआर में बारिश शुरू होगी। इसके साथ ही मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री कब होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, मानसून के 26 जून तक उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही इस महीने के अंत तक पूरे देश में मानसून सक्रिय हो जाएगा और बारिश की वजह से गर्मी से राहत मिलेगी।
8 जून को हुई थी केरल में मानसून की दस्तक
केरल में मानसून के आने के बाद भी बारिश अभी भी औसत से कम है। इसके साथ ही अन्य राज्यों की ओर मानसून काफी धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों में लोग बारिश को तरस रहे हैं। हालांकि, मानसून की शुरुआत के बाद भी बिहार और झारखंड में भीषण गर्मी पड़ रही है। लू और तेज धूप से लोगों की हालत बेहाल हो गई है। आपको बता दें कि 8 जून को केरल में मानसून की दस्तक हुई थी। तब से मानसून रेंग- रेंग कर चल रहा है। सभी राज्यों में यह देरी से पहुंच रहा है। खास बात यह है कि मानसून के आने के बाद भी बिहार समेत कई राज्यों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। ऐसे में सामान्य से कम बारिश से खरीफ फसलों की बुआई प्रभावित हो सकती है। अगर मानसून में तेजी नहीं आई तो देश में महंगाई बढ़ सकती है।
आईएमडी का कहना है कि मानसून अगले 48 घंटों में दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों सहित पश्चिम बंगाल, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर मुड़ सकता है।
अगले 5 दिनों के दौरान मौसम की महत्वपूर्ण विशेषताएं, पूर्वानुमान और चेतावनी:
(ए) दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और पड़ोस में कम दबाव का क्षेत्र (चक्रवाती तूफान बिपरजोय का अवशेष)
उत्तर प्रदेश के मध्य भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव में:
भारी वर्षा की चेतावनी:
21 जून को उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
(बी) भारतीय उपमहाद्वीप में मानसून के प्रवाह को मजबूत करने के कारण देश के बाकी हिस्सों के लिए मौसम का पूर्वानुमान और चेतावनी:
पूर्वोत्तर और निकटवर्ती पूर्वी भारत:
- अगले 5 दिनों के दौरान अधिकांश स्थानों पर हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
- 20-21 जून के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और 21 जून को पश्चिम असम में अलग-अलग जगहों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है और 22 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
- 21 और 22 तारीख को बिहार, झारखंड में 22 और 23 तारीख को गांगेय पश्चिम बंगाल में, और 21 से 25 तारीख के दौरान ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है और 23 और 24 जून को ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
उत्तर पश्चिम और निकटवर्ती मध्य भारत:
- 23-25 जून के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग गरज और बिजली चमकने के साथ हल्की/मध्यम व्यापक वर्षा और 24 और 25 जून को उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में छिटपुट वर्षा।
- 23-25 तारीख के दौरान उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश की संभावना; 25 को उत्तर प्रदेश; 24 और 25 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में।
दक्षिण भारत:
- अगले 5 दिनों के दौरान इस क्षेत्र में हल्की/मध्यम छिटपुट से व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
- 21-25 जून को दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, 21-25 जून के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और 24 और 25 जून को तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
पश्चिम भारत:
- 22-24 जून के दौरान इस क्षेत्र में हल्की/मध्यम छिटपुट से काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
- 23-25 के दौरान दक्षिण कोंकण और गोवा में, 24 और 25 जून को मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना है।