बढ़ती जनसंख्या के लिए अनाज की जरूरतों को देखते हुए खेती को तेजी से बढ़ावा देने के लिए राज्य की सरकार ने काफी गंभीरता दिखाई है। प्रदेश में इसके लिए कृषि एवं पशु चिकित्सा विश्वविद्यालयों के माध्यम से जीरो बजट फार्मिंग पर काम किया जाएगा। इस दिशा में अग्रसर प्रदेश के विश्वविद्यालयों की पहली बार एक बैठक आयोजित की गई है। इस बार पहली बार सिर्फ कृषि विश्वविद्यालय जैसे की- जबलपुर, ग्वालियर एवं पशु चिकित्सा विज्ञान विश्विद्यालय जबलपुर को शामिल किया गया है।
दोनों ही विश्वविद्यालय मिलकर खेती की लागत को कम करने की दिशा में काम करेंगे। कृषि विवि अब उन्नत एवं ताकतवर किस्मों को तैयार करने की दिशा में फोकस करेगा। वही दूसरी और गौ आधारित कृषि तकनीक के लिए वेटनरी विवि काम करेगा।
सोलर एनर्जी को लेकर भी इसके लिए भरपूर प्रयास किए जाएंगे ताकि किसान सोलर पैनल को लगाकर खुद बिजली उत्पादन करके उसको अपने खेत में पंप के लिए उपयोग कर सकेगा। इससे खेती के बजट में कमी आएगी।