संसद के दोनों सदनों में तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने वाला विधेयक पारित होने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दोगुना हो गया है।
उन्होंने किसानों से फिर से बिलों के खिलाफ अपना आंदोलन समाप्त करने और घर लौटने की अपील की।
मीडिया को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा, "वर्ष 2014 की तुलना में एमएसपी खरीद दोगुनी हो गई है। पहले एमएसपी पर केवल धान और गेहूं की फसल की खरीद की जाती थी। पीएम मोदी के नेतृत्व में, दलहन (दाल) पर एमएसपी खरीद शुरू की गई थी।, तिलहन (तिलहन), और कपास पर।"
संसद ने सोमवार को 'कृषि कानून निरसन विधेयक 2021' पारित किया।
कृषि कानून को संसद से वापस लेते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से किया अपना वादा पूरा कर लिया। लेकिन किसान अभी भी एमएसपी समेत कई मांगों को लेकर अड़े हैं। सोमवार को संसद की कार्यवाही के बाद मीडिया से बात करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि 2014 के बाद से एमएसपी की खरीद को दोगुना कर दिया गया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में कई फसलों पर ये दाम लागू किए गए हैं।
एमएसपी पर खरीद दोगुनी
केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि और किसानों (Farmers) के हितों के प्रति प्रतिबद्ध हैं केंद्र सरकार ने गत 7 वर्षों में अनेक योजनाओं के माध्यम से कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने की कोशिश की है। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार एमएसपी लागू की गई है। एमएसपी पर फसलों की खरीद की वर्ष 2014 से तुलना करें तो यह लगभग दोगुनी हो गई है।
छोटे किसानों को आगे बढ़ाने की कोशिश
पहले गेहूं और धान दो ही फसल एमएसपी (MSP) पर खरीदी जाती थी। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दलहन, तिलहन और कपास की खरीद भी प्रारंभ हुई। छोटे किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए, उनकी ताकत बढ़ाने के लिए देश में 10 हजार एफपीओ बनाने की घोषणा की गई है। जिस पर काम प्रारंभ हो गया है। इस महत्वपूर्ण योजना पर केंद्र सरकार 6,850 करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। ये एफपीओ बनने के बाद इनके माध्यम से निश्चित रूप से खेती में बहुत परिवर्तन आने वाला है।