उत्तर प्रदेश के माननीय कृषि मंत्री सूर्य प्रताप ने बताया है कि 6 मई को मंत्री परिषद की बैठक में उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादक मंडी नियमों में कुछ बदलाव किए हैं, उत्तर प्रदेश में सब्जियों और फलों की खेती करने वाले किसानों के लिए एक फायदे और खुशखबरी है, यूपी सरकार ने गर्मी के सीजन में आने वाले आम तरबूज गोभी केला, जो फल- सब्जियां जल्दी सड़ या खराब हो जाती है उन सब्जियों को मंडी टैक्स मुक्त कर दिया है इसके साथ ही कैबिनेट ने एक बड़ा फैसला लेते हुए किसानों के लिए मंडी से बाहर भी इन फसलों की बिक्री का प्रावधान को मंजूरी दे दी है, नए नियमों के तहत अब किसान अपने खेत या आसपास के कहीं भी कहीं पर भी सब्जी बेच सकता है।
कृषि मंत्री ने बताया है कि मंडी के इन नियमों के संशोधन का यह फैसला करोना और लॉकडाउन को देखते हुए लिया गया है, इसमें मंडियों में बेचने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है, कृषि मंत्री ने बताया है कि इससे स्थानीय स्तर पर किसानों को डोर स्टेप्स फसल बेच सकेंगे। इससे एक तरफ जहां मंडियों में भीड़ को कम और किसानों की आय को बढ़ाने में मदद मिलेगी उन्होंने कहा है कि इससे ईज आफ डूइंग बिजनेस को भी बढ़ावा मिलेगा।
इसके अलावा मंडी से बाहर बिक्री की छूट के बावजूद मंडियों में भी खरीद फरोख्त के लिए सुविधा उपलब्ध रहेगी। मंडी पहुंचने वाले किसानों ने से सिर्फ सेवा शुल्क लिया जाएगा। मंडी शुल्क नहीं देना पड़ेगा, इस अवसर पर कृषि विपणन राज्यमंत्री श्री राम चौहान, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी एवं निदेशक सूचना शिशिर उपस्थित रहे।
इन सब्जियों से हटाया गया है टैक्स
आम, सेब, हरी मटर, केला, अनार, पत्ता गोभी, फूल गोभी, मौसमभी, अंगूर, पपीता, तरबूज, संतरा, बैंगन, खीरा, कद्दू, लौकी, गाजर, अरबी, अमरूद, मूली, पेठेवाला कद्दू, भिंडी, परवल, कटहल, करेला, किन्नू, खरबूज, शकरकंद, चीकू, लीची, आंवला, नाश पति, जिमी कंडा, बेर, मल्टी आंडू, हरी, लोबिया, पका कटहल, चकोतरा, लो काट, खुबानी, ब्रोकली, ग्रेपफ्रूट्स इत्यादि।