इस वर्ष सामान्य मानसून के पूर्वानुमान के बीच सरकार ने 2020-21 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए रिकॉर्ड 298.3 मिलियन टन खाद्यान्न के उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जिसमें खरीफ (ग्रीष्मकालीन) के मौसम में 149.92 मिलियन टन और रबी (सर्दी) के मौसम के दौरान 148.4 मिलियन टन शामिल है। लक्षित उत्पादन पिछले वर्ष के अनुमानित खाद्यान्न उत्पादन 291.95 मिलियन टन से 2% अधिक है।
हमने चावल के उत्पादन को 117,500,000 टन और गेहूं का उत्पादन 108,500,000 टन करने का लक्ष्य रखा है। जो पिछले साल के अनुमानित उत्पादन के लगभग बराबर है। कृषि आयुक्त एस के मल्होत्रा ने गुरुवार को राष्ट्रीय खरीफ सम्मेलन के दौरान कहा, हम दालों और तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि खाद्य तेल का आयात बिल हर साल बढ़ रहा है।
सरकार का लक्ष्य इस फसल वर्ष में 25.6 मिलियन टन दलहन और 36.64 मिलियन टन तिलहन का उत्पादन करना है। सरकार ने कपास की मांग में भी वृद्धि की भविष्यवाणी की है।
इस साल कपास की मांग बढ़ रही होगी। मल्होत्रा ने कहा, हमने पिछले साल के 37,90,000 गांठों के अनुमानित उत्पादन से मिलियन गांठें पैदा करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कपास किसानों को 15 मई तक बुवाई का काम पूरा करने की सलाह दी और उर्वरक और यूरिया की उचित खुराक के साथ सहिष्णु किस्मों के उपयोग की सिफारिश की।