चालू खरीफ विपणन सीजन में धान की खरीद अब तक 22 प्रतिशत बढ़ कर 422.01 लाख टन हो गई है, जिसकी कीमत 79,675 करोड़ रुपये है।
खरीफ विपणन का मौसम(केएमएस) अक्टूबर से शुरू होता है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, तमिलनाडु, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, केरल, गुजरात, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार में खरीफ 2020-21 के लिए धान की खरीद सुचारू रूप से जारी है। भारतीय खाद्य निगम और राज्य एजेंसियों ने 21 दिसंबर तक 422.01 लाख टन धान खरीदा है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 346.10 लाख टन था।
भारतीय खाद्य निगम और राज्य एजेंसियों ने 21 दिसंबर तक 422.01 लाख टन धान खरीदा है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 346.10 लाख टन था।
बयान में कहा गया, लगभग 50.77 लाख किसानों को पहले ही एमएसपी मूल्य 79675.58 करोड़ रुपये के साथ केएमएस खरीद संचालन से लाभान्वित किया जा चुका है।
पंजाब ने 30 नवंबर को राज्य में खरीद सत्र बंद होने तक 202.77 लाख टन की खरीद की है, जो देश में कुल खरीद का 48.05 प्रतिशत है।
सरकार खाद्य कानून और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत अपनी आवश्यकता को पूरा करने के लिए किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं और धान की खरीद करती है।
मूल्य स्थिरीकरण कोष की तरह सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत तिलहन और दालों की भी खरीद की जाती है।