प्याज की मांग व आपूर्ति में लगातार बढ़ते अंतर की वजह से खुदरा बाजार की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर काबू पाने के लिए सरकार ने प्याज का बफर स्टॉक बढ़ाकर दोगुना करने का फैसला किया है। सरकार 2021-22 में बफर स्टॉक के लिए 2 लाख टन प्याज खरीदने की योजना बना रही है ताकि बढ़ती हुई कीमतों को रोका जा सके और आपूर्ति के तंग होने पर त्योहारी सीजन के दौरान आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। प्याज की मांग देश के सभी हिस्सों में है, जबकि इसकी खेती सीमित क्षेत्रों में ही होती है।
प्याज के भंडारण को लेकर भी कई तरह की चुनौतियां हैं। इनसे निपटने की तैयारी की जा रही है। भंडारण का दायित्व केंद्रीय वेयरहाउसिग कॉरपोरेशन (सीडब्ल्यूसी) के साथ निजी क्षेत्र की कंपनियां करेंगी। प्याज जैसी जल्दी खराब होने वाली फसल का भंडारण काफी चुनौतीपूर्ण होता है। इसके लिए विशेष कोल्ड स्टोरेज बनाए जाते हैं। इस क्षेत्र में निजी निवेश की सख्त जरूरत है। इस बाबत विशेष प्रोत्साहन योजना तैयार की गई है।
सरकार ने प्याज और दालों के बफर स्टॉक को खरीदने के लिए उपयोग किए जाने वाले मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) के लिए 2021-22 में 2,700 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। यह 2020-21 के बजटीय आवंटन से 35% अधिक है।