रबी फसलें: किसान भाइयों के लिए खेती से जुड़े कार्यों के लिए विशेष सलाह

रबी फसलें: किसान भाइयों के लिए खेती से जुड़े कार्यों के लिए विशेष सलाह
News Banner Image

Kisaan Helpline

Agriculture Dec 14, 2021

सामान्य सलाह (general advice)
धान की कटाई के बाद खाली खेतों को तैयार कर गेहूँ की बोनी करें। बोनी उपयुक्त फफूंदनाशक से उपचारित कर करें।
मटर की निदाई गुड़ाई करें एवं कीटों की निगरानी करते रहें।
सरसों की पहली सिंचाई फूल आने के पहले करें। नत्रजन की शेष मात्रा सिंचाई के बाद दें सरसों में रस चूसक कीटों से बचाव करें।

  • गेहूँ की उन्नत किस्मों की बुआई हेतु :- सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होने पर गेहूं की बुवाई बीजोपचार उपरांत करें। 
  • किसान भाई, गेहूँ की उन्नत किस्में कुछ इस प्रकार है:  अ. शीघ्र पकने वाली:- (सिंचित किस्में) जे. डब्ल्यू 3336, एच. डी. 2864, एच. डी. 2932, लोक - 1, ब. 1-2 पानी वाली किस्में- जे. डब्ल्यू 3173. जे. डब्ल्यू 3020
  • गेहूँ की 25 दिन की फसल पर खरपतवारनाशी का इस्तेमाल वैज्ञानिकों की सलाह से करें।

  • चने का पौधा 15-20 से भी की ऊँचाई के हो जाए तब शीर्ष शाखाएँ तोड़ने की प्रक्रिया करें (खुटाई) जिससे प्रति पौधा, फूल एवं फलियों की संख्या में वृद्धि हो सके।
  • खेतों में नीदा (खरपतवार) नियंत्रण करें।
  • उखटा रोग का प्रकोप होने पर नजदीकी कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों की सलाह ले। मौसम को देखते हुए चने की इल्ली की निगरानी करे।

  • कीटों से बचाव करें। पत्ती मोड़क कीटो का प्रकोप दिखाई देने पर कीटनाशक का छिड़काव कर नष्ट करे। 
  • पत्ती लपेटक कीट दिखाई देने पर क्लोरोपायरीफोस य इमिडाक्लोप्रिड 2 एम एल. दवा प्रति लीटर पानी के घोल का छिड़काव करे।

नए बगीचों में कीट एवं बीमारियों का प्रबंधन करें दवा का समुचित उपयोग विशेषज्ञों की देखरेख में करें। 

  • बादल होने की स्थिति में कददूवर्गीय फसलों में सफेद रोग लगने की संभावना है। निकटतम कृषि विज्ञान केन्द्रों से सम्पर्क कर उचित फफूंदनाशी का प्रयोग करे।
  • कुछ सब्जियों में फल छेदक इल्ली का प्रकोप बढ़ सकता है उचित कीटनाशी का इस्तेमाल निकटतम कृषि विज्ञान केन्द्र से सम्पर्क के बाद करे। 
  • सब्जियों के लिए पूर्व में बोई मटर की फल्ली की तुड़ाई कर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें।
  • प्याज की नर्सरी शीघ्र लगाएँ एवं तैयार हो तो खेत में लगाएँ ।

  • जानवरों को हरे चारे हेतु वरसीम की पहली कटाई कर सिचाई एवं उपयुक्त उर्वरकों का उपयोग करें। 
  • छोटे दिन होने की वजह से पोल्टरी फार्म में रात्रि में प्रकाश की व्यवस्था करें।
  • नवजात बछड़े बछड़ियों को कृमिनाशक दवा पिलाएँ। 
  • गिरते हुए तपामान को देखते हुए पशुशाला की खिड़कियों एवं दरवाजा रात को बंद कर दें।

Agriculture Magazines

Smart farming and agriculture app for farmers is an innovative platform that connects farmers and rural communities across the country.

© All Copyright 2024 by Kisaan Helpline