Agriculture News: नीमच जिले के प्रगतिशील कृषक और यहां की फसलों की खुशबू विदेशो से भी लोगो को आकर्षित कर रही है। सिएटल वॉशिंगटन अमेरिका निवासी सुश्री नादिने जोसेफ जो की वहां पर पीक एंड वैली नामक कंपनी की मालिक और मुख्य कार्यपालन अधिकारी है। उनकी कंपनी मानव स्वास्थ्य से संबंधित हर्बल उत्पाद बनाती है और भारत से औषधीय फसलों का आयात करती है। स्वयं किसानों के यहां उत्पादन देखने के लिए नीमच तक आई। इस कार्य में उनकी सहयोगी रही इंदौर के एक्रोपोलिस इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल्स एजुकेशन एंड रिसर्च की प्रोफेसर राखी खाबिया जो, कि स्वयं अश्वगंधा पर देवी अहिल्या विश्विद्यालय के स्कूल ऑफ फार्मेसी से पीएचडी कर रही है। सुश्री जोजेफ़ यहां भाटखेड़ी के प्रगतिशील किसान श्री श्याम कारपेंटर के विश्वकर्मा हाईटेक कृषि फार्म"कृषि गुरुकुल" पहुंची, जहां उन्होंने अश्वगंधा, अकरकरा, सर्पगंधा, अफीम, केमोमाइल जैसी औषधीय फसलों की खेती को देखा।

उन्होंने फार्म पर वर्मी कम्पोस्ट, वर्मीवाश इकाइयों का भी अवलोकन किया। उनका आने का मुख्य उद्देश्य सीधे किसानों से उत्पाद को अपनी कंपनी के लिए खरीदना था, ताकि किसान स्वयं एक निर्यातक बन सके और उन्हें अपने उत्पाद की बहुत अच्छी कीमत मिल सके। उन्होंने श्री श्याम से कटाई के पश्चात परीक्षण के लिए सैंपल भेजने के लिए कहा है, ताकि गुणवत्ता परीक्षण के बाद वो सीधे कृषकों से खरीद कर सके।
इस मौके पर अन्य प्रगतिशील किसान और आत्मा योजना के परियोजना संचालक आत्मा डॉक्टर यतिन मेहता, ब्लॉक तकनीकी मैनेजर श्री रघुवीर सिंह लोधा और ग्रामीण उद्यानिकी विकास अधिकारी श्री जितेन्द्र धाकड़ भी मौजूद थे।