मुंबई: सहकारी बैंकों और आरआरबी के संसाधनों को बढ़ाने के प्रयास में नाबार्ड ने मानसून पूर्व खरीफ संचालन के लिए इन संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की है। नाबार्ड किसानों को जो 20,500 करोड़ रुपये प्रदान कर रहा है, उसमें से 15,200 करोड़ रुपये सहकारी बैंकों के माध्यम से होंगे और शेष 5,300 करोड़ रुपये विभिन्न राज्यों में विशेष तरलता सुविधा के रूप में आरआरबी के माध्यम से होंगे। फंड को एफ (एफ) के साधन के रूप में दिया जाता है।
यह निधि इन बैंकों के संसाधनों को सामने लाने के साधन के रूप में दी जाती है ताकि किसानों के वित्तपोषण के लिए उनके साथ पर्याप्त तरलता सुनिश्चित की जा सके। यह पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान 5,000 करोड़ रुपये के मुकाबले है। बैंकों ने किसान क्रेडिट कार्ड-केसीसी की संतृप्ति का कार्यक्रम भी शुरू किया है और पिछले दो महीनों के दौरान सहकारी बैंकों और आरआरबी द्वारा लगभग 12 लाख नए केसीसी कार्ड जारी किए गए हैं। सहकारी बैंकों और आरआरबी द्वारा कुल 42 करोड़ केसीसी जारी किए गए हैं।