जमीन के खुराकी तत्वों को दर्शाते नक्शे लगाने की मुहिम की शुरुआत स्वाइल हेल्थ कार्ड स्कीम के अधीन मुख्य कृषि अफसर फरीदकोट डॉ. हरविदर सिंह की तरफ से की गई है।
डॉ. हरविंदर सिंह ने बताया कि कृषि विभाग की तरफ से किसानों के खेतों से जो मिट्टी के परिक्षण के जो सैंपल लेकर परख किये गए थे, मिट्टी परिक्षण करने के उपरांत स्वाइल हेल्थ कार्ड जारी किए गए थे, और इन्ही के आधार पर ही नक्शे बनाए गए हैं, और ये हेल्थ कार्ड हमे बताते हैं कि गांव की जमीन के कौन से हिस्से में कौन से कौन से तत्वों की कमी है और कौन से तत्व जरूरत अनुसार मौजूद हैं, जो की बुवाई करने वाली फसल के लिए श्रेष्ठ साबित हो सकते है। फरीदकोट के इन अफसर ने किसानों को सलाह दी है कि खादों का अनावश्यक प्रयोग ना किया जाए। इस समय भूमि परख अफसर कुलवंत सिंह ने बताया कि खादों की अनावश्यक प्रयोग करने से दो चीजे सामने आती है, पहली बात तो हमारे खेती खर्च बढ़ते हैं, और दूसरी हमारी जमीन की सेहत खराब होती है और साथ ही वातावरण भी दूषित होता है। और इसके परिणाम हमारी आने वाली पीढि़यों के लिए घातक साबित होंगे। उन्होंने कहा कि किसान खेती माहिरों की सलाह के साथ ही खादों का प्रयोग करें और आने वाली धान की फसल के लिए डीएपी का प्रयोग बिल्कुल ही न करें।