केंद्र सरकार के द्वारा फसलों पर घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य को केन्द्रीय एजेंसियों के द्वारा किसानों से पंजीकरण करवाकर ख़रीदा जाता है। मध्य प्रदेश के किसानों के लिए 15 मार्च से गेहूं के साथ सरसों, चना तथा मसूर की खरीदी किया जाना था लेकिन आंधी-बारिश एवं ओलावृष्टि के चलते चना, मसूर तथा सरसों की खरीदी अब 15 मार्च से नहीं बल्कि 22 मार्च से की जाएगी | किसान–कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि समर्थन मूल्य पर चना, मसूर और सरसों की फसलों का उपार्जन अब 22 मार्च से होगा | पहले इसका उपार्जन 15 मार्च से गेहूं के साथ करने का निर्णय लिया गया था जिसे वर्तमान मौसम की स्थिति को देखते हुए 15 मार्च के स्थान पर 22 मार्च से खरीदी का निर्णय लिया गया है। मंत्री श्री पटेल ने बताया कि हाल ही में हुई बे-मौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण सभी जिला अधिकारियों को फसलों के नुकसान का आंकलन करने व राहत का मसौदा तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं|
विपणन संघ के माध्यम से होगी चना, सरसों और मसूर की खरीदीः कृषि मंत्री
मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि इस बार विपणन संघ के माध्यम चना, सरसों और मसूर की खरीदी की जाएगी। दरअसल, अब तक पहले सरकार गेहूं की फसल खरीदी का काम पहले करती थी। उसके बाद दूसरी फसलों की खरीदी शुरू होती थी। लेकिन इस बार सरकार ने एक साथ सभी फसलों को खरीदने का फैसला किया है। क्योंकि गेहूं के साथ चने की फसल भी आ जाती है, इसलिए कृषि मंत्री ने कहा कि इस बार सभी फसलें साथ में ही खरीदी जाएगी। ताकि किसानों को फायदा हो सके।