Weather Alert: मध्य प्रदेश में भारी बारिश के बाद मानसून की रफ्तार धीमी हो गई है। मौसम विभाग ने राज्य के किसी भी जिले में भारी बारिश की चेतावनी नहीं दी है। कुछ इलाकों में हल्की बारिश की भी संभावना है। फिलहाल मौसम में कोई खास बदलाव का अनुमान नहीं है। मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाली 14-25 तारीख तक मौसम इसी तरह बना रहेगा। बारिश न होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि बारिश (Rain Alert In MP) नहीं होने से किसानों में भी चिंता का विषय है।
मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को प्रदेश के रीवा, नर्मदापुरम और इंदौर संभाग के साथ ही अनूपपुर, शहडोल, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। वहीं बालाघाट, पन्ना दमोह, सागर, भोपाल, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, देवास जिलों में बारिश की संभावना है।
मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में भी 14 अगस्त तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भारी बारिश होने की संभावना है क्योंकि मध्य प्रदेश और राजस्थान में बारिश के लिए जिम्मेदार ट्रफ सिस्टम हिमालय की तलहटी में स्थानांतरित हो गया है। फिलहाल प्रदेश में कोई नया सिस्टम सक्रिय नहीं होने से अगस्त के दूसरे सप्ताह में मौसम शुष्क रहेगा।
राजस्थान में मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिल रहा है। इस सीजन में राज्य के कई जिलों में समय से पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी थी, जिससे लोगों को भीषण गर्मी और उमस से थोड़ी राहत मिली थी। मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में मानसून कमजोर हो गया है। मानसून की ट्रफ लाइन हिमालय की ओर शिफ्ट हो गई है, जिससे 15 अगस्त के बाद ही बारिश की उम्मीद है।
मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से बारिश नहीं हुई है, जिसके कारण सोयाबीन और दलहन जैसी फसलों के लिए यह परेशानी का सबब बन गई है। बता दें कि इसकी खेती करने वाले किसानों को इसके खराब होने का डर है। मौसम विभाग ने बताया है कि 14 अगस्त के बाद ही दोबारा बारिश की संभावना है।
महत्वपूर्ण मौसम सुविधाएँ:
- एक चक्रवाती परिसंचरण निचले क्षोभमंडल स्तर पर उत्तर-पूर्व उत्तर प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बिहार पर स्थित है।
- मॉनसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में स्थित है। अगले 4-5 दिनों के दौरान इसके अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में या हिमालय की तलहटी में बने रहने की संभावना है।
- मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ लगभग 64°पूर्व देशांतर के साथ 30°उत्तर के उत्तर तक चलता है।
मौसम पूर्वानुमान और चेतावनियाँ:
उत्तर पश्चिम भारत
- 11-15 अगस्त के दौरान उत्तराखंड के दक्षिणी हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में हल्की/मध्यम छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है और 11-15 अगस्त के दौरान हिमाचल प्रदेश, 13 अगस्त 2023 के दौरान पंजाब हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
- 11-13 अगस्त के दौरान उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है।
- अगले 6 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है।
पूर्वी भारत
- 11-15 अगस्त के दौरान बिहार के उत्तरी हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और 12 अगस्त को गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की/मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
- 11-13 अगस्त के दौरान बिहार के उत्तरी भागों में और 11 और 12 अगस्त को सिक्किम में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत
अगले 3 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की/मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत
अगले 7 दिनों के दौरान इन क्षेत्रों में कम वर्षा की संभावना है।