अगर आपके पास अच्छी जमीन है और सही तरीके से लहसुन की खेती की जाये तो आसानी से अच्छी कमाई कर सकते है। इसके लिए आपको वैज्ञानिक तरीके को अपनाकर लहसुन की उचित खेती करनी होगी और हार्ड वर्क के साथ आप इससे अच्छा बिज़नेस भी कर सकते है।
बीजोपचार / बीज बुवाई
लहसुन की खेती में बीज बुवाई से पूर्व बीजों को केरोसिन से उपचारित कर लेना चाहिए। बीज बोने के लिए भूमि को 4 से 5cm गहरा खोद लेना चाहिए। फसल की अच्छी उपज हेतु लहसुन को डबलिंग विधि से बोना चाहिए। बुवाई करने वक्त कतार से कतार की दुरी लगभग 15cm और पौधों से पौधों की दूरी लगभग 8cm होनी चाहिए।
खाद प्रबंधन
लहसुन के अधिक उत्पादन के लिए एक एकड़ के हिसाब से लगभग 25 ton सड़ी हुई गोबर की खाद को खेत में डाल दें। इसके अलावा 50kg भू-पावर, 40kg माइक्रो फर्टीसिटी कम्पोस्ट, 10kg माइक्रो भू-पावर, 10kg सुपर गोल्ड कैल्सीफर्ट, 50kg अरंडी की खली और 20kg माइक्रो नीम, को अच्छी तरह एक साथ mix कर के तैयार लें और फिर खेत में समान मात्रा में बिखेर कर जुताई कर खेत तैयार करें उसके बाद बीज की बुवाई करे बीज बोने के लगभग 25 दिन बाद उसमे 1kg सुपर गोल्ड मैनिशियम और 500 माइक्रो झाइम को 400ml पानी में घोल बनाकर पम्प द्वारा खेत में छिड़काव करें उसके बाद हर 15 से 20 दिन के interval में दूसरा और तीसरा छिड़काव करे।
फसल की खुदाई
लहसुन का फसल 3 महीने में तेयार हो जाती है। जब लहसुन का फसल तैयार हो जाता है तो उसके पत्ते पीले हो कर नष्ट हो जाते है। फसल तैयार होने के बाद कंदों को पौध सहित खोद कर उखाड़ लेना चाहिए फिर उसका बण्डल बनाकर 3 से 4 दिन तक धुप में सुखाया जाना चाहिए।