हमारे देश में अधिकतर किसान पशुपालन करते है, और पशुओ की देखभाल कर दुग्ध उत्पादन कर मुनाफा कमाते है, लेकिन इनकी देखभाल में भी बहुत सावधानी रखना अनिवार्य है, तो आज हम आपको बताएँगे की किन लक्षणों से भैंस में गर्मी के तनाव का पता लगाया जा सकता है। निचे दिए गए लक्षणों को पढ़े -
1. गतिविधि में कमी / बदलाव। 2. पशुओं का छाया में जाना। 3. ज्यादा समय तक खड़ा रहना। 4. दैहिक क्रियाओं ( श्वसन एवं हृदय गति में बढ़ोतरी , गुदा एवं त्वचा तापमान में वृद्धि ) 5. मुंह खोलकर श्वांस लेना। 6. खुराक का कम होना। 7. उग्रता एवं बेचैनी का बढ़ना। 8. पानी सेवन / पीने में बढ़ोतरी। 9. मूत्र की सान्द्रता बढ़ जाती है तथा उसमें भारी इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा भी बढ़ जाती है। 10. पानी के आस - पास पशुओं की संख्या का बढ़ना। 11. मुंह से अत्याधिक लार टपकना। 12. दुग्ध उत्पादन में 10 - 25 प्रतिशत की कमी होना। 13. दूध की गुणवत्ता में गिरावट के साथ - साथ वसा एवं प्रोटीन की मात्रा में कमी। 14. पशु के भार में कमी होना। 15. मेटाइटिस , स्तन ग्रन्थियों एवं गर्भाशय संक्रमण में बढ़ोतरी होना। 16. समय से पहले बच्चे जन्म होना