उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश के जिन किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिला है, वे अपने दस्तावेज़ तैयार रखे क्योंकि पात्र किसानो को इस योजना का लाभ अवश्य मिलेगा। जो किसान खातों की जानकारी को लेकर हुई गड़बड़ी के कारण इस योजना से वंचित रह गए है, उन किसानों का पुन: सभी जनपदों में सत्यापन होगा। शासन ने इस प्रक्रिया को वापस से गति में लाना प्रारम्भ कर दिया है, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही कुशीनगर जिले में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हुए थे।
संवाददाताओं से वार्तालाप करते हुए कहा कि बहुत से ऐसे किसान हैं, जिन्हें किसान सम्मान निधि की रकम नहीं मिली है, कुछ कारणों से अनेक लोगों के खाते से धन वापस होने की शिकायत भी है, और इसका कारण भी उन्होंने स्पष्ट किया की सही खातों की जानकारी न मिलने पर सत्यापन के दौरान उनके अभिलेखों में कमी पाई गई है, जिसके कारण कुछ किसान इस निधि से वंचित रह गए हैं। मुख्य सचिव से वार्तालाप करके छूटे किसानों का पुन: जिलावार सत्यापन कराने को कहा गया है, जिसके पश्चात सभी किसानों के खाते में सम्मान निधि पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी किसानों को इसकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है उन्हें इसका लाभ जरूर मिलेगा।
चुनाव की समाप्ति के बाद ही इसे लागू भी कर दिया गया। किसानों से निवेदन है की वे जल्दी ही अपने दस्तावेज सही से तैयार कर ले ताकि उनके खाते में किसान सम्मान निधि की रकम भेजी जा सके। प्रदेश की तरक्की को ध्यान में रखते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आमदनी को दोगुना करने की दृष्टि से खरीफ फसल को ध्यान में रखते हुए 10 जून से 13 जून तक प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर किसान पाठशाला का आयोजन कर रही है। कृषि विभाग के कर्मचारी न्याय पंचायत स्तर पर गांवों में जाकर किसानों को कृषि तकनीकी के प्रयोग करने के तरीके, वैज्ञानिक विधि से कृषि करने, अच्छे किस्म के बीजों का उपयोग करने तथा गन्ना संबंधित जानकारी दे रहे हैं।
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