प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए मंत्रिमंडल में ग्रामीण भारत और देशभर के किसानों का दारोमदार अब मध्यप्रदेश के जाने-माने चेहरे को दिया गया है। मध्यप्रदेश के मुरैना से सांसद नरेंद्र सिंह तोमर को देश के कृषि मंत्री का पद दिया गया है। उन्हें कृषि मंत्रालय के साथ ग्रामीण विकास और पंचायती राज की जिम्मेदारी भी सौपी गई है। मंत्री थावरचंद गेहलोत पर फिर से सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्रिमंडल में मप्र के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर का आभा मंडल और चमकदार हो गया। पांच साल के दौरान तोमर का परफार्मेंस देखकर मोदी-शाह उन्हें सत्ता-संगठन के मामलों में काफी महत्व देने लगे हैं।
पिछले कार्यकाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें जो जवाबदारी दी, उसे उन्होंने बेहतर तरीके से निभाकर मोदी और शाह का विश्वास और ध्यान दोनों को अपनी तरफ आकर्षित किया है। और इसी विश्वास के चलते खान, पंचायती राज, ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय उन्हें सौंपे गए थे।
जानकर ख़ुशी होगी की पहले मंत्रियो की लिस्ट में उनका नंबर 15वां था और इस कार्यकाल में टॉप टेन की लिस्ट में सांतवा है , इसके अलावा वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत जहां पिछली बार 19 नंबर पर थे वे आगे बढ़ते हुए इस बार 11 नंबर पर है।
मोदी की नई कैबिनेट में मप्र के चारों मंत्रियों को भारी-भरकम मंत्रालयों की जवाबदारी दी गई है। नई टीम में तोमर के पास बड़ी जवाबदारी आई है उनके पास पिछले कार्यकाल के दौरान ग्रामीण विकास और पंचायती राज के साथ खान एवं संसदीय कार्य मंत्रालय था।
इस बार खान और संसदीय कार्य के बजाए उन्हें कृषि और किसान कल्याण जैसे अति महत्वपूर्ण मंत्रालय की जवाबदारी सौंपी गई है। उल्लेखनीय है कि देश की आबादी का बड़ा हिस्सा ग्रामीण अंचलों में रहता है और किसानों के मामले भी गांवों से जुड़े हुए हैं।
अतिरिक्त मंत्री और उनके विभाग की जानकारी
1. दमोह सांसद प्रहलाद पटेल को बतौर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय की जवाबदारी सौंपी गई है।
2. उधर प्रदेश में आदिवासी दिग्गज नेता के रूप में अपनी छबि बना चुके फग्गन सिंह कुलस्ते को बतौर राज्यमंत्री स्टील मंत्रालय का कामकाज सौंपा गया है। पिछली बार भी वह मोदी की टीम में रह चुके हैं।
3. मध्यप्रदेश के कोटे से राज्यसभा सदस्य एवं मोदी टीम के वरिष्ठ मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस एवं स्टील मंत्रालय की जवाबदारी सौंपी गई है। प्रधान मूलत: ओडिशा के हैं, मप्र लोकसभा चुनाव के दौरान उनके पास राज्य एवं हाई कमान के बीच समन्वय एवं चुनावी रणनीति पर क्रियान्वयन संबंधी जवाबदारी थी।