कृषि महोत्सव प्रदर्शनी एवं प्रशिक्षण मेला: कोटा एवं बूंदी के किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीकों से जोड़ने एवं उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त एवं समृद्ध बनाने के उद्देश्य से 24 एवं 25 जनवरी को कोटा के दशहरा मैदान में कृषि महोत्सव प्रदर्शनी एवं प्रशिक्षण मेला का आयोजन किया जायेगा। अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से कोटा में आयोजित होने जा रहा यह दो दिवसीय मेला राजस्थान में इस तरह का पहला आयोजन होगा, जहां देश के अग्रणी कृषि आधारित स्टार्ट-अप किसानों के लिए उनके उत्पाद और नवाचार के बारे में जानकारी देंगे।
कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने शुक्रवार को मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और आयोजन की तैयारियों की जानकारी दी। आजादी के 75 साल पूरे होने के मद्देनजर कृषि स्टार्टअप के 75 स्टॉल, कृषि आधारित उत्पादों और उपकरणों के 75 और स्टॉल लगाए जाएंगे।
कृषि मंत्रालय के सचिव मनोज आहूजा, संयुक्त सचिव सैमुअल प्रवीण, लोक सभा के संयुक्त सचिव सिद्धार्थ महाजन मौजूद रहे। राजस्थान सरकार के कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार वर्चुअली जुड़े।
इस महोत्सव के दौरान दो सत्रों में कृषि, बागवानी और पशुपालन से जुड़े विषयों पर किसानों को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है। पहला सत्र सुबह और दूसरा सत्र दोपहर से होगा। इस दो दिवसीय आयोजन में केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने राजस्थान के कृषि विभाग के साथ मिलकर कृषि महोत्सव प्रदर्शनी एवं प्रशिक्षण मेले में पूरे हाड़ौती के किसानों को लाने की योजना बनाई है। दो दिन में करीब 40 हजार किसानों को लाने का प्रयास किया जाएगा ताकि मेले का लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचे।
कृषि प्रदर्शनी का आयोजन
किसानों को नई तकनीक और आधुनिक कृषि यंत्रों को अपनाने और उपयोग करने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे खेती को अधिक लाभदायक बना सकें। वहीं कोटा में होने वाले इस दो दिवसीय आयोजन के दौरान कृषि प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी किसानों को दी जाएगी।
प्रदर्शनी में प्रगतिशील किसानों की सफलता की कहानियां भी प्रदर्शित की जाएंगी। वहीं कृषि उपकरण बनाने वाली निजी क्षेत्र की कंपनियां भी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाएंगी। माना जा रहा है कि यह मेला राजस्थान में इस तरह का पहला मेला होगा, जिसमें देश भर से आधुनिक तकनीक से किसानों का उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ सरकार की योजनाएं और विशेष विशेषज्ञ एक ही मंच पर होंगे। यह मेला किसानों के घरों में खुशहाली लाएगा।