नागपुर। शनिवार को जिले में झमाझम बारिश हुई। सभी क्षेत्रों में बारिश ने भिगोया। आसमान से बिजली गिरने से ग्रामीण क्षेत्र में दो किसानों की मौत हो गई। शहर में भी कई स्थानों पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बीच मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है।
4 दिनों में भारी बारिश आने पर आपात स्थितियों से निबटने के लिए प्रशासन ने काफी उपाययोजनाएं की हैं।
शहर में बारिश के कारण विभिन्न क्षेत्रों में आवागमन प्रभावित रहा। कई सड़कें भी पानी से लबालब रहीं। निचली बस्तियों में जनजीवन प्रभावित रहा। कई स्थानों पर पेड़ धराशाही हुए। गाडिय़ां पानी में फंसी। विविध स्थानों पर आयोजित कार्यक्रम भी प्रभावित हुए। कुछ स्थानों पर बिजली गुल होने की शिकायतें भी मिलीं।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय केंद्र के अनुसार विदर्भ में 4 दिन में अतिवृष्टि हो सकती है। एक अधिकारी के अनुसार मध्य भारत में 3 अलग-अलग मौसम सिस्टम सक्रिय हुआ है। बंगाल, अरेबियन समुद्र व अन्य पूर्व-पश्चिम दिशाओं से मानसून का फैलाव हो रहा है। विदर्भ में अतिवृष्टि की चेतावनी को देखते हुए शनिवार को ही जिलाधिकारी कार्यालय में प्रशासन की समीक्षा बैठक हुई।
जिलाधिकारी सचिन कुर्वे, मनपा आयुक्त श्रावण हर्डीकर, महापौर प्रवीण दटके, जिप अध्यक्ष निशा सावरकर, जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अग्निशमन विभाग के अधिकारी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में अतिवृष्टि से प्रभावित होने वाली बस्तियों में उपाययोजना पर चर्चा की। नागरिकों से आव्हान किया जा रहा है कि वे नदी नालों से दूर और सतर्क रहें। अतिवृष्टि की स्थिति में नाले किनारे के स्कूलों में शरण ली जा सकती है।